ayushman कॉर्ड को न मानने वाले निजी अस्पतालों पर करें कड़ी कार्रवाई
सोनीपत, 21 नवंबर (हप्र)
युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता राज्यमंत्री गौरव गौतम ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि आयुष्मान कॉर्ड को न मानने वाले प्राइवेट अस्पतालों पर कड़ी कार्रवाई करें ताकि लोगों को इलाज के लिए इधर-उधर न घूमना पड़े। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गरीब लोगों के मुफ्त में इलाज करवाने के लिए आयुष्मान कॉर्ड व चिरायु योजना की शुरूआत की थी, इसलिए इस योजना के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए। राज्य मंत्री गौरव गौतम बृहस्पतिवार बाद दोपहर को लघु सचिवालय में जिला कष्ट निवारण समिति के दौरान शिकायतों की सुनवाई कर रहे थे। इस दौरान उनके समक्ष गांव दीपालपुर निवासी प्रमिला की शिकायत आई कि उनके पति हरदीप सिंह अचानक बीमार हो गए थे तो उन्हें शहर के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसके तीन दिन बाद उनकी मौत हो गई। इस दौरान उन्होंने अस्पताल को अपना आयुष्मान कॉर्ड दिखाया तो उन्होंने उस कॉर्ड को मानने से मना कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने उनके पति के इलाज के लिए उनसे 4 लाख रूपये ले लिये। राज्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जताते हुए डिप्टी सीएमओ को निर्देश दिए कि तुरंत इसकी जांच करें। अगर इस महिला का उस समय आयुष्मान कॉर्ड बना था तो उस अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई करें और उनके पैसे वापस करवाएं। बैठक के दौरान उनके समक्ष शिकायत आई की प्रॉपर्टी आईडी को ठीक करने के लिए सीएससी सेंटरों और संबंधित अधिकारियों द्वारा पैसे लिए जा रहे हैं तो राज्यमंत्री ने तुरंत शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि प्रॉपर्टी आईडी ठीक करने के नाम पर पैसे ले रहे सीएससी सेंटरों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
बैठक में हिंदू कॉलेज रेलवे पुल के निर्माण के लिए राज्यमंत्री ने विधायक निखिल मदान व अधिकारियों को मौका मुआयना करने को कहा ताकि इसका स्थाई समाधान हो सके और लोगों को राहत मिल सके। बैठक में 17 शिकायतें आई जिन पर संबंधित अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिए गए। इस मौके पर विधायक निखिल मदान, विधायक पवन खरखौदा, विधायक देवेंद्र कादियान, डीसी डॉ. मनोज कुमार, डीसीपी नरेंद्र सिंह, एडीसी अंकिता चौधरी, एसडीएम निर्मल नागर, श्वेता सुहाग, अमित कुमार, नगराधीश रेणुका नांदल, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त नरेश कुमार समेत संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।