Taj Mahal : जानें आखिर क्यों सूरज ढलते ही ताजमहल में बंद हो जाती हैं सारी लाइट?
चंडीगढ़, 11 दिसंबर (ट्रिन्यू)
खूबसूरती की निशानी ताजमहल (Taj Mahal)...। इसके दीवाने न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया भर में है। देश-विदेश से टूरिस्ट यहां भ्रमण करने पहुंचते हैं। लोगों की भीड़ इस बात का सूबूत है कि यह धरोहर कितनी मूल्यवान है।
लाइटों से सजा ताजमहल देखते ही मनमोह लेता है। वहीं ताजमहल से जुड़ी कई कहानियां प्रचलित हैं, जो लोगों को यहां खींच कर ले आने पर मजबूत कर देती है। तो आज हम आपको इससे जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा बताने जा रहे हैं।
दिन के समय तो ताजमहल किसी राजमहल से कम नहीं लगता, पर क्या आपको पता है कि सूरज ढलने के बाद यहां सारी लाइटिंग बंद कर दी जाती है। ताजमहल में चारों ओर अंधेरा ही अंधेरा कर दिया जाता है। घबराइए मत...इसकी भी वजह है।
दाग-धब्बे खराब कर देते हैं मार्बल्स
रिपोर्ट के मुताबिक रात को जगमग लाइट की रोशनी से कीड़े मकोड़े ताजमहल की तरफ आकर्षित होते हैं। वह अपना मल मूत्र छोड़ देते हैं, जो ताजमहल की सुंदरता को दाग लगा देते हैं। दाग-धब्बे ताजमहल में लगे मार्बल्स को खराब कर देते हैं।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की मानें तो इसलिए रात के वक्त ताजमहल की बत्तियां बुझा दी जातीं हैं। वर्ष 1997 के बाद से यहां पर लाइटिंग बंद कर दी गई है। बता दें कि, ताजमहल पर्यटकों के लिए शुक्रवार को छोड़कर हर दिन सुबह छह बजे से शाम 6:30 बजे तक खुला रहता है।