Syrian Government Falls : असद परिवार के 50 साल के शासन का अप्रत्याशित अंत, लोगों ने मनाया जश्न
बेरूत, 8 दिसंबर (एपी)
Syrian Government Falls : सीरिया की राजधानी दमिश्क में विद्रोहियों के घुसने और राष्ट्रपति बशर-अल असद के देश छोड़कर भागने संबंधी दावों के बीच सरकार गिरने के साथ ही असद परिवार के 50 साल के शासन का रविवार तड़के अप्रत्याशित अंत हो गया। लोगों ने सड़कों पर उतरकर जश्न मनाया तथा खुशी में हवा में गोलियां भी चलाईं।
दमिश्क में चौराहों पर खुशी से भरी भीड़ इकट्ठा हुई। सीरियाई क्रांतिकारी ध्वज लहराया जिससे ‘अरब स्प्रिंग' विद्रोह के शुरुआती दिनों की याद ताजा हो गई। राष्ट्रपति असद व अन्य शीर्ष अधिकारियों की कोई खबर न होने के बाद अनेक लोगों ने राष्ट्रपति भवन और असद परिवार के आवास में तोड़फोड़ की। असद के करीबी सहयोगी रहे रूस ने कहा कि असद ने विद्रोही समूहों के साथ बातचीत के बाद देश छोड़ दिया व शांतिपूर्वक सत्ता हस्तांतरण के निर्देश दिए थे।
वर्षों पहले अलकायदा से नाता तोड़ने वाला अबू मोहम्मद अल-गोलानी सबसे बड़े विद्रोही गुट का नेता है और वह अब देश के भविष्य की दिशा तय करने के लिए तैयार हैं। अलकायदा से अलग होने के बाद वह बहुलवाद और धार्मिक सहिष्णुता को महत्व देने की बात कहता रहा है। असद के शासन का अंत ईरान और उसके सहयोगियों के लिए एक बड़ा झटका है, जो पहले से ही इजराइल के साथ एक साल से अधिक संघर्ष के कारण कमजोर हो गए हैं।
पूरे गृहयुद्ध के दौरान असद का पुरजोर समर्थन करते रहे ईरान ने कहा कि सीरियाई लोगों को विनाशकारी विदेशी हस्तक्षेप के बिना अपने देश का भविष्य तय करना चाहिए। इस बीच, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि अशांति के चलते सीरियाई सैनिकों के अपने मोर्चों से हटने के बाद इजरायली सैनिकों ने 1974 में गोलान हाइट्स में बनाए गए एक ‘बफर जोन' पर कब्जा कर लिया है। विद्रोहियों को अब युद्ध से तबाह और अब भी विभिन्न सशस्त्र गुटों में विभाजित देश की व्यवस्था को दुरुस्त करने की कठिन चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
तुर्किये से समर्थन प्राप्त विपक्षी लड़ाके उत्तर में अमेरिका-संबद्ध कुर्द बलों से लड़ रहे हैं, और इस्लामिक स्टेट समूह अब भी कुछ दूरदराज के इलाकों में सक्रिय है। सीरियाई सरकारी टैलीविजन चैनल ने कुछ विद्रोहियों के एक समूह का वीडियो बयान प्रसारित किया जिसमें वे यह कहते नजर आए कि राष्ट्रपति बशर असद को सत्ता से बाहर कर दिया गया है और जेल में बंद सभी कैदियों को रिहा कर दिया गया है। वीडियो में बयान पढ़ रहे व्यक्ति ने कहा कि ‘ऑपरेशंस रूम टू कॉन्कर दमिश्क' ने सभी विपक्षी लड़ाकों और नागरिकों से ‘‘स्वतंत्र सीरियाई देश'' की सरकारी संस्थाओं को संरक्षित रखने का आह्वान किया है।
विद्रोहियों ने दमिश्क में शाम 4 बजे से शाम 5 बजे तक कर्फ्यू लगाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उन्होंने कुख्यात सैयदनाया जेल में बंद लोगों को रिहा कर दिया है, जिसके बारे में मानवाधिकार समूहों का कहना है कि वहां हजारों लोगों को प्रताड़ित किया गया और मार दिया गया। वे ऑनलाइन प्रसारित एक वीडियो में जेल की कोठरियों को तोड़ते और दर्जनों महिला कैदियों को मुक्त करते दिखे।
इस दौरान कई महिला कैदी हैरान और भ्रमित दिखाई दीं। उनमें कम से कम एक छोटा बच्चा भी नजर आया। बाद में, सरकारी टेलीविजन पर दिखे विद्रोही कमांडर अनस सलखादी ने सीरिया के धार्मिक व जातीय अल्पसंख्यकों को आश्वस्त करने की कोशिश करते हुए कहा, ‘‘सीरिया सभी के लिए है, कोई अपवाद नहीं है। सीरिया ड्रूज़, सुन्नियों, अलावियों और सभी संप्रदायों के लिए है।''लोगों के साथ हम उस तरह से व्यवहार नहीं करेंगे जैसा असद परिवार ने किया था।'' घटनाक्रम से खुश हुए दमिश्क के निवासी मस्जिदों में नमाज पढ़ने के लिए पहुंचे और ‘‘ईश्वर महान है'' के नारे लगाते हुए चौराहों पर एकत्र हुए तथा जश्न मनाया।