स्वच्छता सर्वेक्षण : जिम्मेदारों के दर पर गंदगी से अटे पड़े नाले, अधिकारी चमका रहे दीवारें
राजेश शर्मा/हप्र
फरीदाबाद, 5 मार्च
स्वच्छता सर्वेक्षण के मद्देनजर नगर निगम द्वारा सभी कार्यालयों के बाहर और सुलभ शौचालयों की दीवारों को चमकाया जा रहा है, लेकिन इसकी जिम्मेदारी संभालने वाले विभाग के जिम्मेदार साफ-सफाई में काफी पीछे हैं। यदि शहर को चमकाने की बता करें तो आज भी जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हैं। दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे की बीपीटीपी पुल से लेकर बड़ौली पुल तक की सर्विस लाइन के दोनों ओर गंदगी के ढेर लगे हैं और इनमें आग भी लग रही है।
गंदगी और सीवरेज ओवरफ्लों होने से पानी सड़कों पर भरा होने से लोग घरों से वोट देने ही नहीं निकले थे। सेक्टरों की बात करें तो निगम चुनाव में वोट प्रतिशत 25 से ऊपर नहीं रहा। गांव व कॉलोनियों के मतदाताओं की वजह से ही वोट प्रतिशत 40 के पास पहुंचा। यहीं नहीं हालात इतने खराब है कि सेक्टर-12 में जहां पर कोर्ट व लघु सचिवालय है और जिला उपायुक्त व माननीय न्यायाधीश रोजाना जहां से रोज आना-जाना करते है वहां भी गंदगी का ढेर लग हुआ हुआ। ऐसे में स्वच्छता के प्रति जागरूक करने और सुंदरता बढ़ाने की दिशा में कार्य तेज कैसे होगा।
अधिकारियों को नहीं दिखाई दे रहे कूड़े के ढेर
समाजसेवी अनीशपाल ने कहा कि नगर निगम के अधिकारी कागजी सफाई अभियान चलाकर स्वच्छता सर्वेक्षण में हिस्सा ले रहे है, दीवारों की सुंदरता के बजाय निगम को धरातल पर कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि निगम कमिशनर ए मोना श्रीनिवास के दिशा निर्देशों पर नगर निगम के बल्लभगढ़, एनआईटी और ओल्ड और चंदावली जोन में दीवारों को रंगवाने का कार्य तो तेज कर दिया, लेकिन साफ-सफाई की तरफ ध्यान नहीं दिया। वह कागजी सफाई अभियान ही चला रही है।
सड़क पर बह रहा गंदा पानी...
समाजसेवी विष्णु गोयल ने बताया कि सड़कों के साथ दिखाई देने वाले कूड़े के ढेरों को हटवाने के साथ ही जॉइंट कमिश्नर द्विजा ने स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छी रैंकिंग के लिए नगर निगम को सर्व प्रथम विजिबल गंदगी को दूर करने के लिए निर्देश दिए थे। आज सेक्टर-22 श्मशानघाट के निकट लगी आग को देखकर लगा कि कचरा हटाया ही नहीं जा रहा है। उन्होंने कहा कि इको ग्रीन के कान्ट्रेक्ट समाप्त होने के बाद इस कचरे को निगम एक साल बाद भी वहां से हटा नहीं पाया।
दिया तले अंधेरा
निगम द्वारा शहर में जगह-जगह दीवारों पर जागरूकता करने वाले स्लोगन लिखवाए जा रहे हैं, लेकिन जब शहर के नालों की बात की जाए, तो उनमें कचरा भरा पड़ा हुआ है। दिया तले अंधेरे वाली कहावत नगर निगम मुख्यालय पर सही साबित हो रही है। क्योंकि अधिकारियो ने दीवार को तो पेंट करवाकर सुंदर बना दिया, लेकिन मुख्यालय के साथ ही बहने वाले वाले नाले गंदगी से अटे पड़े हैं।
शहर को स्वच्छ और साफ सुथरा के लिए हर स्तर पर कार्य किया जा रहा है। जहां तक बात निगम मुख्यालय के पास बहने वाले नाले की है उसकी सफाई भी तुरंत करवा दी जाएगी। जहां भी कूड़ा पड़ा है उसे तुरन्त हटवाया जा रहा है। निगम चुनावों की आचार संहिता के चलते कुछ कार्य रूक गए हैं। आचार संहिता हटते ही कार्यों में तेजी चलाई जाएगी।
-नितिन कादियान, एक्सईएन, नगर निगम, फतेहाबाद