Video Sushila Meena : राजस्थान की बेटी सुशीला मीणा ने शानदार गेंदबाजी से मचाई धूम, सचिन तेंदुलकर भी हुए फैन
चंडीगढ़, 21 दिसंबर (ट्रिन्यू)
Sushila Meena : राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के छोटे से गांव रामेरतालाब की 12 वर्षीय क्रिकेटर सुशीला मीणा इन दिनों सुर्खियों में हैं। उनका गेंदबाजी एक्शन और शानदार प्रदर्शन न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी तारीफ बटोर रहा है। हाल ही में भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने सुशीला की प्रतिभा की सराहना करते हुए ट्विटर पर लिखा: "Smooth, effortless, and lovely to watch! Sushila Meena’s bowling action has shades of you, @ImZaheer."
Smooth, effortless, and lovely to watch! Sushila Meena’s bowling action has shades of you, @ImZaheer.
Do you see it too? pic.twitter.com/yzfhntwXux— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) December 20, 2024
सचिन के इस ट्वीट ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। सुशीला के गेंदबाजी एक्शन को देख सचिन ने भारतीय पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान की याद दिलाई। जहीर खान ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, "नई पीढ़ी को इस तरह खेलते हुए देखना गर्व की बात है।"
साधारण परिवार की असाधारण बेटी
सुशीला मीणा एक गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता रतनलाल और मां शांति बाई मजदूरी व खेती करके परिवार चलाते हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद सुशीला का क्रिकेट के प्रति जुनून और मेहनत अद्भुत है। सरकारी स्कूल में पढ़ाई करने वाली सुशीला ने अपने गांव के सीमित साधनों में ही खेलते हुए यह मुकाम हासिल किया है।
कैसे मिली पहचान?
सुशीला का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह शानदार गेंदबाजी करते हुए नजर आईं। उनके एक्शन को देख लोग उनकी तुलना जहीर से करने लगे। इस वीडियो ने न केवल क्रिकेट प्रशंसकों बल्कि खिलाड़ियों और राजनेताओं का भी ध्यान खींचा।
राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने भी सुशीला से वीडियो कॉल के जरिए बातचीत की और उनकी तारीफ करते हुए उन्हें जयपुर आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनके स्कूल के मैदान को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा, ताकि सुशीला अपने क्रिकेट कौशल को और निखार सकें।
आगे की संभावनाएं
सुशीला की इस प्रतिभा ने स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सुशीला को किस प्रकार की ट्रेनिंग और सुविधाएं दी जाती हैं ताकि वह देश के लिए एक बड़ी क्रिकेटर बन सकें।