सुनीता विलियम्स व विलमोर की वापसी टली, आखिरी समय में रोकनी पड़ी Crew-10 मिशन की उड़ान
बेंगलुरू, 13 मार्च (एजेंसी)
Sunita Williams: नासा और स्पेसएक्स द्वारा बुधवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए भेजी जाने वाली नई क्रू-10 मिशन की उड़ान को ऐन मौके पर रोक दिया गया। इस मिशन के जरिए नौ महीने से अंतरिक्ष में फंसे अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की धरती पर वापसी होनी थी। स्पेसएक्स ने तकनीकी कारणों से इस उड़ान को रोक दिया।
हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी आई
नासा के अनुसार, फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च होने वाली फाल्कन-9 रॉकेट की उड़ान को हाइड्रोलिक सिस्टम में आई खराबी के चलते रोका गया। अब इस मिशन को 14 मार्च लॉन्च किए जाने की संभावना है।
बोइंग के फॉल्टी स्टारलाइनर में फंसे रहे विलियम्स और विलमोर
बुच विलमोर और सुनीता विलियम्स पिछले साल जून में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल के जरिए ISS गए थे। लेकिन, स्टारलाइनर में तकनीकी खराबी आ जाने के कारण नासा ने इसे असुरक्षित मानते हुए वापसी की अनुमति नहीं दी। ऐसे में दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को ISS में ही रुकना पड़ा। इस देरी को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन की प्रशासनिक नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है।
चंद्र ग्रहण के दिन होगी वापसी
अंतरिक्ष में नौ महीने बिताने के बाद विलियम्स और विलमोर की वापसी 17 मार्च को होगी। इस दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण भी लगेगा, हालांकि यह भारत में दृश्य नहीं होगा। विलियम्स ने 4 मार्च को मीडिया से बातचीत में कहा कि वह अपनी फैमिली और पालतू कुत्तों से मिलने के लिए उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, "हम यहां अपने मिशन पर हैं, लेकिन मेरे परिवार के लिए यह सफर और भी कठिन रहा होगा।"
बोइंग के स्टारलाइनर पर उठ रहे सवाल
बोइंग का स्टारलाइनर कैप्सूल नासा के $4.5 बिलियन के कॉन्ट्रैक्ट के तहत तैयार किया गया था। इसका उद्देश्य स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन के विकल्प के रूप में काम करना था। लेकिन 2019 से ही इसमें तकनीकी खामियां सामने आती रही हैं, जिससे इसकी पहली मानवयुक्त उड़ान में भी समस्याएं आईं। स्टारलाइनर की तुलना में स्पेसएक्स का क्रू ड्रैगन अधिक सफल साबित हुआ है और 2020 से अब तक कई सफल मिशन पूरे कर चुका है।