सुनाम-पटियाला सड़क तीसरे दिन भी रही जाम
संगरूर, 18 सितंबर (निस)
कैंटर की चपेट में आने से चार मनरेगा मजदूरों की मौत के मामले में मुआवजे और अन्य मांगों को लेकर आज तीसरे दिन भी सुनाम-पटियाला मुख्य मार्ग पर धरना और जाम जारी रहा। सड़क पर जाम के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मनरेगा मजदूरों के शवों को सिविल अस्पताल सुनाम के शवगृह में रखा गया है। प्रशासन के आश्वासन के बाद छोटा सिंह और गुरदेव कौर के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इन दोनों के परिवारों ने अपने आप को आंदोलन से अलग कर लिया है। इस प्रदर्शन में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां और कई अन्य भाईचारा संगठन शामिल हो गए हैं और न्याय के लिए एक एक्शन कमेटी का गठन किया है। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने मृतकों के परिवारों की मांगें नहीं मानी और पीड़ित परिवारों को न्याय नहीं दिया तो तीखा संघर्ष किया जाएगा। बिशनपुरा गांव के बस स्टैंड के पास सड़क पर दिए जा रहे धरने को भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के जिला अध्यक्ष अमरीक सिंह गंडुआं, ब्लॉक अध्यक्ष जसवंत सिंह तोलावाल, क्रांतिकारी ग्रामीण मजदूर यूनियन के धर्मपाल नामोल, प्रदत सिंह कालाझर, गोबिंद, मजदूर मुक्ति मोर्चा के गोबिंद सिंह छाजली, हरप्रीत कौर धूरी, करनैल सिंह नीलोवाल, हरजस सिंह खडियाल, कामरेड विरिंदर कौशिक, भोला सिंह संग्रामी ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिल जाता, संघर्ष जारी रहेगा।
इस बीच, संगरूर के एसपी पलविंदर सिंह चीमा ने प्रदर्शनकारियों से बात की लेकिन मामला सुलझ नहीं सका। इसके चलते दो मृतकों का पोस्टमार्टम आज भी नहीं हो सका। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक मांगें मानी नहीं जाती तब तक पोस्टमार्टम नहीं होगा।
मुख्यमंत्री राहत कोष से दो मनरेगा मजदूरों के परिजनों को 4-4 लाख
उपमंडल मजिस्ट्रेट प्रमोद सिंगला ने कैंटर हादसे में जान गंवाने वाले 4 मनरेगा श्रमिकों में से 2 के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष के तहत 4-4 लाख रुपये के चेक प्रदान किए। उन्होंने कहा कि इस दुखद घटना के तुरंत बाद डिप्टी कमिश्नर संदीप ऋषि ने मामले को तुरंत पंजाब सरकार के ध्यान में लाया और पंजाब सरकार ने तुरंत मृतकों के परिजनों की आर्थिक मदद करने के लिए हाथ बढ़ाया। उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटना के दौरान मृत महिला मनरेगा श्रमिक गुरदेव कौर और छोटा सिंह के परिवार के सदस्यों में से राजवीर सिंह पुत्र मोदन सिंह और हरदेव कौर पत्नी छोटा सिंह को ये चेक मिले। उन्होंने यह भी बताया कि प्रक्रिया पूरी होने के तुरंत बाद ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग वारिसों को मनरेगा कानून के तहत दो लाख रुपये की अतिरिक्त राशि प्रदान करेगा।