सुक्खू सरकार ने दो दिन में पलटे दो फैसले
शिमला, 26 अक्तूबर (हप्र)
हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने दो दिनों में दूसरी बार अपना फैसला पलटा है। शुक्रवार को पीजी करने वाले डॉक्टर के वेतन में 60 फीसदी कटौती करने के फैसले को वापस लेने के बाद शनिवावर को सक्खू सरकार ने राज्य के विभिन्न विभागों और सरकारी उपक्रमों में खाली 50000 से अधिक पदों को समाप्त करने की अधिसूचना को वापस ले लिया है। यह अधिसूचना शुक्रवार देर रात राज्य के वित्त सचिव देवेश कुमार की ओर से जारी की गई थी। अधिसूचना पर मचे सियासी घमासान और कांग्रेस सरकार पर चौतरफा हमले के बाद मुख्यमंत्री सुक्खू ने खुद सामने आकर इस अधिसूचना को वापस लेने की बात कही। साथ ही, उन्होंने इस सारे मामले पर विपक्ष द्वारा भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा
कि सरकार विभिन्न सरकारी विभागों तथा सरकारी उपक्रमों में जरूरत के अनुसार पदों का सृजन कर रही है।
सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए वचनबद्ध है। इस दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा निरंतर कदम उठाये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया में प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में कुछ पदों को समाप्त करने की सूचनाएं तथ्यों पर आधारित नहीं हैं। ये सूचनाएं महज भ्रामक प्रचार हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के विभिन्न विभागों में ऐसे कई पद हैं, जो कई वर्षों से कार्यशील नहीं हैं। उन पदों का वर्तमान आवश्यकताओं के आधार पर पदनाम बदला जा रहा है। वर्तमान में क्लर्क, टाइपिस्ट के स्थान पर जेओए आईटी के पद सृजित कर भरे जा रहे हैं। ये पद खत्म नहीं किये जा रहे हैं। विभिन्न औपचारिकताएं पूर्ण करने के बाद उनका पदनाम बदला जा रहा है। इस संबंध में वित्त विभाग द्वारा 23 अक्तूबर को विभिन्न विभागों को एक पत्र भी जारी किया गया है।
उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों में जो पद वर्षों से रिक्त पड़े हैं, जिनकी कोई प्रासंगिकता नहीं है, उनकी जगह नए पद सृजित किए जा रहे हैं। जिन पदों की प्रासंगिकता नहीं है, विभाग उन्हें अपनी बजट बुक में शामिल रखते हैं और उनके आधार पर बजट सम्बन्धी जरूरतों का आकलन कर प्रस्ताव सरकार को भेजते हैं।
उधर, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला जिले के क्वार में एसडीएम कार्यालय में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए डोडरा-क्वार क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि डोडरा-क्वार क्षेत्र में सड़कों के नेटवर्क को बेहतर बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है और सभी कच्ची सड़कों को पक्का करने के प्रयास किये जाएंगे। सुक्खू ने कहा कि क्वार में एसडीएम और तहसीलदार कार्यालय का नया भवन बनाया जाएगा, जिसके लिए औपचारिकताएं पूरी होने के बाद राज्य सरकार समुचित धनराशि उपलब्ध कवराएगी।
पल-पल पलटूराम की सरकार : जयराम
हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शिमला में पत्रकार वार्ता में कहा कि हिमाचल में पल-पल पलटू राम की सरकार चल रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू पूरी तरह से अफसरशाही के शिकंजे में हैं। उन्हें पता ही नहीं चल रहा है कि क्या फैसले लेने हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन के बजाय व्यवस्था पतन का कार्य चल रहा है। जयराम ने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में युवाओं को 5 साल में 5 लाख नौकरियां देने की गारंटी दी थी। कांग्रेस ने एक साल में एक लाख नौकरियां देने का वादा किया था। उन्होंने कहा कि सरकार को बने 2 साल होने वाले हैं। ऐसे में सरकार प्रदेश की जनता को अब तक दी गई नौकरियों का सही आंकड़ा बताए।
हरियाणा में भाजपा की जीत की वजह सुक्खू : जयराम ठाकुर ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की दमदार जीत की एक बड़ी वजह हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के फैसले भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस झूठी गारंटियां देकर सत्ता में आई और फिर इन गारंटियों को पूरा नहीं कर पाई। इसका सीधा असर हरियाणा के मतदाताओं पर पड़ा और उन्होंने सही फैसला लेते हुए भाजपा को लगातार तीसरी बार सत्ता सौंपी।