सुक्खू ने गगरेट को 75.10 करोड़ और बंगाणा को दी 119.51 करोड़ रुपये की सौगात
शिमला, 7 जून (हप्र)
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शनिवार को ऊना ज़िला के दौलतपुर चौक में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व भाजपा सरकार पांच साल तक डबल इंजन सरकार होने का दम्भ भरती रही, लेकिन इन तमाम दावों के विपरीत उसने प्रदेश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतार दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार का प्रदेश को आर्थिक तौर पर सुदृढ़ करने तथा आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रभावी कदम उठा रही है। उन्होंने प्रदेश की जनता से सरकार के गंभीर प्रयासों में सहयोग का आह्वान करते हुए कहा कि जनसहभागिता से प्रदेश को स्वावलंबी और सम्पन्न बनाने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊना ज़िला के हरोली में बल्क ड्रग पार्क की स्थापना को लेकर कुछ संशय था, लेकिन अब शीघ्र ही निर्माण कार्य आरम्भ कर दिया जाएगा।
उन्होंनेे कहा कि विगत में प्रदेश गुणात्मक शिक्षा की दृष्टि से देशभर में अग्रणी राज्यों की श्रेणी में शामिल रहा, लेकिन पूर्व भाजपा सरकार की नीतियों के कारण प्रदेश गुणात्मक शिक्षा के क्षेत्र में खिसक कर 21वें स्थान पर पहुंच गया। पूर्व भाजपा सरकार की इन्हीं नीतियों के कारण विद्यार्थियों में सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने को लेकर रुचि में कमी देखने को मिली। उन्होंने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश में गुणात्मक शिक्षा के सुदृढ़ीकरण और विद्यार्थियों केे बेहतर भविष्य के लिए कम संख्या वाले स्कूलों को मर्ज किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज़ादी के बाद पहली बार हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री एक साथ बने हैं। उप-मुख्यमंत्री के साथ बेहतर तालमेल से पेयजल, सिंचाई और आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए योजनाओं को तीव्र गति से धरातल पर उतारा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ऊना प्रदेश का पहला सौर ऊर्जा ज़िला बन चुका है। ऊना के पेखूबेला में 32 मैगावाट, भंजाल में 5 मैगावाट और अघलौर में 10 मैगावाट के सौर ऊर्जा संयंत्र का कार्य रिकॉर्ड समय में पूर्ण हो चुका है। इसके अलावा 163 मैगावाट की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं, जिन पर लगभग 500 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं। भविष्य में ज़िला ऊना न केवल अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करेगा, बल्कि अन्य ज़िलों को भी बिजली प्रदान करेगा। हरोली में अत्याधुनिक बल्क ड्रग पार्क स्थापित किया जा रहा है। इससे हज़ारों लोगों के लिए रोज़गार अवसर सृजित होंगे और ऊना औद्योगिक नक़्शे पर मजबूती से उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर तंज़ कसते हुए कहा कि कि पूर्व भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल में अपने अनाप-शनाप फ़ैसलों से प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था को पटरी से उतार दिया था। लगभग 600 स्कूल और स्वास्थ्य संस्थान बिना बजटीय प्रावधानों सेे खोले गए। 5000 करोड़ रुपये की जन संपत्ति की बंदरबांट की गई। बड़े होटलों और फैक्ट्रियों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की बिजली सब्सिडी और 800 करोड़ रुपये की जल सब्सिडी दी गई। यह तमाम उपाय केवल चुनावी फसल को ध्यान में रखते हुए लिए गए थे, जिसके कारण प्रदेश आज गम्भीर तथा बीमार वित्तीय अवस्था से जूझ रहा है।