सक्रिय राजनीति से संन्यास लेंगे सुखदेव सिंह ढींडसा
गुरतेज सिंह प्यासा/ निस
संगरूर, 8 दिसंबर
शिरोमणि अकाली दल में सुधार आंदोलन के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा जोकि आजकल श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से दी गई धार्मिक सजा को भुगत रहे हैं, ने कहा कि वे सेवा पूरी करने के बाद सक्रिय राजनीति से संन्यास लेंगे। ढींडसा की इस घोषणा से पिछले कई वर्षों से हाशिए पर चल रहे अकाली दल की राजनीतिक सियासत में फिर गरमाहट आ गई है। रविवार को दूसरे दिन ढींढसा ने तख्त श्री केशगढ़ पर गार्ड की ड्यूटी की, वहीं शौचालयों की सफाई की सेवा भी अदा की। उसके बाद उन्होंने कीर्तन सुना। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब की सात सदस्यीय कमेटी द्वारा की गई भर्ती के तहत जो भी चयनित होगा और जो कानूनी तौर पर स्वीकृत होगा वही सभी को मान्य होगा। ढींडसा ने कहा कि भर्ती के बाद अगर सुखबीर बादल दोबारा चुने जाते हैं तो हम किसी आपत्ति नहीं कर सकते।
केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू द्वारा रोजाना की जा रही बयानबाजी पर ढींडसा ने कहा कि बिट्टू किसानों के खिलाफ बोल रहे हैं, लेकिन लोग किसानों के साथ हैं। सुखबीर बादल पर हमले को लेकर बिट्टू के बयान पर उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि अध्यात्म के केंद्र श्री दरबार साहिब पर गोली चलाई गई। उन्होंने कहा कि खेती के मुद्दे नहीं सुलझने के कारण उन्होंने भाजपा का साथ छोड़ा और अब भाजपा को इन सभी मुद्दों का समाधान करना चाहिए। इस मौके पर ढींडसा गुट से जुड़े जिला नेता भूपिंदर सिंह बजरूर, हरबंस सिंह मंझपुर, सतविंदर पाल सिंह ढाट होशियारपुर, अमरजीत सिंह पुरखोवाल, उज्जल सिंह लोंगिया, कमलजीत सिंह लोंगिया, लखबीर सिंह रोपलहेड़ी, कुलवंत सिंह चोलटा, हरपाल सिंह पत्तर के अलावा मनजिंदर भी मौजूद थे।