सुखबीर का फिर प्रधान बनना विरोधियों के मुंह पर तमाचा : ढिल्लों, बौंदली
समराला, 12 अप्रैल (निस)
शिरोमणि अकाली दल (बादल) के चुनाव में सुखबीर सिंह बादल का लगातार चौथी बार प्रधान चुना जाना उन विरोधियों के मुंह पर तमाचा साबित हुआ, जो पार्टी से बागी होकर नई सदस्यता के लिए गठित पांच सदस्यीय समिति की आड़ में फिर से दल को दोफाड़ करने की गुप्त साजिशें कर रहे थे।
यह बात विधानसभा क्षेत्र समराला के इंचार्ज परमजीत सिंह ढिल्लों और ज़िला जत्थेदार जसमेल सिंह बौंदली ने प्रेस से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल ऐसी क्षेत्रीय पार्टी है, जिसके पूर्व प्रधान और राजनीति के वटवृक्ष स्वर्गीय प्रकाश सिंह बादल ने अपना पूरा जीवन इसकी सेवा में समर्पित कर इसे नई बुलंदियां दीं। अब वही जिम्मेदारी उनके होनहार पुत्र सुखबीर सिंह बादल को फिर से चौथी बार सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि दल को कमजोर करने के लिए बगावत करने वाले विरोधियों को यह एक अच्छा सबक मिला है। विरोधियों ने अकाली दल को टुकड़ों में बांटने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। उन्होंने सुखबीर को बधाई देते हुए यह विश्वास भी दिलाया कि उनके नेतृत्व में शिरोमणि अकाली दल फिर से उन्नति की ओर अग्रसर होगा और हलका समराला के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता पार्टी प्रधान के हमेशा खड़े रहेंगे।
उन्होंने पार्टी प्रधान को यह आश्वासन भी दिया कि समराला विधानसभा सीट, जो पहले शिरोमणि अकाली दल (बादल) की थी, वह फिर से 2027 के विधानसभा चुनावों में शिरोमणि अकाली दल की होगी।