चीनी मिलों में नवंबर से शुरू होगी गन्ने की पिराई
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 19 सितंबर
हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि राज्य की सभी सहकारी चीनी मिल नवंबर से गन्ने की पिराई का कार्य शुरू कर देंगी। किसानों को बिक्री के लिए गन्ना लाने में ज्यादा समय तक इंतजार न करना पड़े, इसके लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जा चुके हैं। वे मंगलवार को राज्य स्तरीय शुगर फेडरेशन सहकारी चीनी मिल के अधिकारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
बैठक में सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजपाल सिंह, महानिदेशक संजय जून, प्रबंध निदेशक जे. गणेशन सहित सभी चीनी मिलों के प्रंबध निदेशक एवं वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि कैथल शुगर मिले में सीबीजी यानी ‘कम्प्रेस्ड बाॅयोगैस प्लांट’ लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों के मोबाइल पर संदेश आएगा, तभी वह गन्ना मिल में लेकर आएंगे। साथ ही, मिलों में किसानों के लिए आवश्यक सुविधाएं मुहैया करवाने की व्यवस्था की गई है। किसानों को गन्ने के भुगतान की राशि समय पर मिले, इसके लिए भी सरकार ने पुख्ता प्रबंध किए हैं। पिछले सीजन की गन्ने की सभी बकाया राशि का भुगतान कर दिया गया है। बनवारी लाल ने कहा कि चीनी मिलों की क्षमता और चीनी उत्पादन बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। शाहाबाद की चीनी मिल में 100 करोड़ रुपये की लागत से एथनोल प्लांट लगाया जा चुका है।
पानीपत में भी एथनोल प्लांट लगाने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। आगामी 24 सितंबर को इस प्लांट के टेंडर खुलेंगे। महम व कैथल चीनी मिल में एथनोल प्लांट लगाने की क्षमता 2500 से 3000 टीडीसी करना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि राज्य की सभी सहकारी चीनी मिलों में क्लस्टर बनाकर एथनोल प्लांट लगाए जाएगें, ताकि चीनी मिलों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा सके।
इस वर्ष 424 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।