सुधीर बागियों के सरगना, 15 करोड़ से अधिक मिले होंगे : मुख्यमंत्री
कपिल बस्सी/निस
हमीरपुर, 5 अप्रैल
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखिवंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को नादौन क्षेत्र के रेस्ट हाउस सेरा में मीडिया से रूबरू होते हुए बागी विधायकों व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर एक बार फिर तीखा हमला बोला। मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मशाला के पूर्व विधायक एवं भाजपा प्रत्याशी सुधीर शर्मा बागियों के सरगना हैं, उन्हें 15 करोड़ रुपये से भी ज्यादा मिले होंगे। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए छह पूर्व विधायकों के सभी कारनामे जनता की अदालत में सामने आएंगे जिन्होंने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है, उनके मामले भी खोले जाएंगे। सुक्खू ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की सत्ता की भूख ज्यादा बढ़ गई है। वोट के दम पर सरकार नहीं बना सके तो अब नोटों के दम पर सत्ता हथियाना चाह रहे हैं। जनता भाजपा को नकार चुकी है, यह जयराम ठाकुर को दिमाग में बिठा लेना चाहिए। अन्य प्रदेशों में भाजपा ने नोटों के दम सत्ता हथियाई, वैसा ही प्रदेश में करना चाह रहे थे। लेकिन भगवान हमारे साथ हैं और उन्होंने हमें जनता की सेवा का मौका दिया है। सुखविंदर सिंह ने कहा कि बिकाऊ को जनता कभी जिताऊ नहीं बनाएगी। बागी विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों में 300 से 400 करोड़ रुपए के काम हुए हैं। उनकी मर्जी के एसडीएम, बीडीओ, तहसीलदार, अधिशाषी अभियंता और एसडीओ लगाए, फिर भी बिक गए। राजनीति में यह नहीं होना चाहिए कि चुनाव में जो राशि खर्च की है, विधायक बनने के बाद उसे पूरा करने में जुट जाएं और कमाई न हो तो सरकार गिराने की साजिश रच दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिकाऊ विधायकों का चरित्र जनता के सामने बेनकाब हो चुका है। कांग्रेस ने आजादी से पहले और बाद में भी लड़ाई लड़ी। पहले देश को आजाद कराने की लड़ाई थी, बाद में देश को अपने पैरों पर खड़ा करने की। जब देश आजाद हुआ तब सुई तक नहीं बनती थी। कांग्रेस के दो प्रधानमंत्रियों, एक पूर्व मुख्यमंत्री सहित अनेक नेताओं व कार्यकर्ताओं ने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। कांग्रेस की विचारधारा देश को आगे बढ़ाने की है। इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन पृथी सिंह, नादौन नगर पंचायत के अध्यक्ष शम्मी सोनी भी उपस्थित थे।
बागी सुधीर शर्मा ने सुक्खू को भेजा मानहानि का नोटिस
शिमला (एजेंसी) : कांग्रेस के छह बागियों में शामिल रहे सुधीर शर्मा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को मानहानि का नोटिस भेजकर पांच करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की। शर्मा ने यह नोटिस सुक्खू के इस दावे के एक दिन बाद भेजा है कि कांग्रेस के छह बागी विधायक और तीन निर्दलीय विधायक 15-15 करोड़ रुपये में बिके थे। राज्य के ऊना जिले में एक रैली के दौरान सुक्खू ने बृहस्पतिवार को कहा था कि कांग्रेस के बागी भ्रष्ट हैं और सलाखों के पीछे जाएंगे। उन्होंने कहा था, 'हमारे पास पैसा नहीं है, लेकिन हमारे पास ईमानदारी, नैतिकता और लोगों का समर्थन है।' सुक्खू ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के छह बागी और तीन निर्दलीय विधायक 15-15 करोड़ रुपये में बिक गए। उन्होंने कहा था, ‘हमारे पास सबूत हैं, क्योंकि पुलिस जांच में तथ्य सामने आने लगे हैं और उन्हें सबक सिखाने का समय आ गया है।' मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी 27 फरवरी के राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन के पक्ष में मतदान करने वाले कांग्रेस के छह और तीन निर्दलीय विधायकों के खिलाफ की थी। ये विधायक बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस के छह बागी विधायकों को उनके संबंधित विधानसभा क्षेत्रों से टिकट दिए हैं। बजट प्रस्ताव पर मतदान के दौरान विधानसभा में उपस्थित रहने तथा सरकार के पक्ष में मतदान करने संबंधी व्हिप का उल्लंघन करने को लेकर कांग्रेस ने इन छह बागी विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया गया था।