निष्ठा-समर्पण का सुफल
फिलीपीन्स के राष्ट्रपति रेमन मैगसेसे ने जब यह सुना कि विदेश से उपयुक्त सामग्री समय पर नहीं पहुंच रही है और निर्माण-विभाग का प्रमुख इंजीनियर निर्धारित समय के भीतर ही विशाल बांध को पूरा करने में जुटा है तो बहुत खुशी हुई। कार्य का अवलोकन करने और इंजीनियर का उत्साह बढ़ाने के उद्देश्य से एक दिन राष्ट्रपति निर्माण स्थल पर जा पहुंचे। सचमुच निर्माण कार्य जोरों पर था। प्रमुख इंजीनियर अपने पद की गरिमा भुलाकर सामान्य खलासी के काम में जुटा हुआ था। उसके कपड़े मैले थे और माथे पर श्रम से पसीने की बूंदें बह रही थीं। विदेशों से जो पंप आने थे, उनके समय पर नहीं पहुंच पाने के कारण पुराने डीजल ट्रकों का उपयोग अत्यंत सूझ-बूझ के साथ किया जा रहा था। राष्ट्रपति का सीना हर्ष से फूल गया। राष्ट्रपति ने इंजीनियर को बुलाकर पूछा, ‘क्या इन पुराने डीजल ट्रकों का इस्तेमाल करने में आप ही जिम्मेवार हैं?’ इंजीनियर बोला, ‘हां, श्रीमानजी।’ तब राष्ट्रपति ने कहा, ‘अपना हाथ ऊपर उठाओ।’ इंजीनियर घबरा गया। लेकिन राष्ट्रपति ने मधुर मुस्कान के साथ कहा, ‘आपकी निष्ठा से मैं बहुत खुश हूं। मैं आपको निर्माण विभाग के उपसचिव की शपथ यहीं दिलाता हूं।’
प्रस्तुति : निशा सहगल