‘स्कूलों में पढ़ाया जाएगा विद्यार्थियों को जल संरक्षण का पाठ’
कैथल, 3 जुलाई (हप्र)
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग वासो की ओर से जिला सलाहकार दीपक कुमार के कार्यालय में जीवन मिशन और ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं के सफल संचालन एवं सामुदायिक सहभागिता को मजबूत बनाने के उद्देश्य से एक बैठक की। इसमें सभी ब्लॉक रिसोर्स को-ऑर्डिनेटर्स ने भाग लिया।
बैठक में जुलाई माह के दौरान चलाए जाने वाले विशेष जागरूकता कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई। जिला सलाहकार दीपक कुमार ने बताया कि इस अभियान के तहत स्कूलों में जाकर विद्यार्थियों को जल संरक्षण और डायरिया से बचाव के विषय में शिक्षित किया जाएगा। बच्चों को जल संरक्षण के पांच महत्वपूर्ण सिद्धांत रिड्यूस, रीयूज, रिचार्ज, रीसाइकिल और रिस्पेक्ट के बारे में बताया जाएगा। इसके साथ ही ग्राम जल एवं सीवरेज समिति की संरचना और पानी की गुणवत्ता से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां भी दी जाएंगी। प्रत्येक ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर अपने संबंधित खंड में प्रतिमाह 16 स्कूलों में, आठ ग्राम जल एवं सीवरेज समिति की बैठक, 12 जल चौपाल, 10 आंगनबाड़ी केद्रों व प्रत्येक ग्राम जल एवं सीवरेज समिति में एक स्वयं सहायता समूह की सदस्य को जोडऩे का काम करेंगे। अब सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को पेयजल की गुणवत्ता के प्रति भी प्रशिक्षित और जागरूक किया जाएगा। जिले के 350 विद्यालयों में यह अभियान चरणबद्ध रूप से चलाया जाएगा।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की टीमें स्कूलों में जाकर प्रधानाध्यापक की सहमति से कार्यक्रम आयोजित करेंगी, ताकि स्वच्छ पेयजल की जानकारी बच्चों तक पहुंच सके।
बैठक में रघबीर सिंह, विष्णु शर्मा, चंद्रशेखर और संदीप कुमार आदि मौजूद थे।