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संस्थान के खिलाफ सड़क पर उतरे विद्यार्थी, अभिभावक

10:03 AM Oct 05, 2023 IST

रोहतक, 4 अक्तूबर (हप्र)
राष्ट्रीय ओपन स्कूल के परीक्षा केंद्रों में सामूहिक नकल से परेशान छात्रों, बुजुर्गों और महिलाओं ने बुधवार को राष्ट्रीय ओपन मुक्त विद्यालय संस्थान के खिलाफ नारेबाजी कर उपायुक्त को राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उन्होंने आरोप लगाया कि इन परीक्षा केंद्रों में दलालों के माध्यम से भारी रकम लेकर नकल कराई जाती है और जो विद्यार्थी पैसे नहीं देते उन्हें फ़ेल करवा दिया जाता है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अब शिक्षा बचाने को लेकर मुहिम को तेज करते हुए अन्य जिलों में भी इसी मुहिम के तहत प्रदर्शन और धरने दिए जाएंगे।
बुधवार दोपहर ओपन स्कूल से परीक्षा देने वाले युवाओं के अलावा उनके अभिभावक, बुजुर्ग और महिलाएं भी मानसरोवर पार्क में एकत्र हुए और यहां पर बैठक कर फैसला लिया कि ओपन स्कूल में चल रही नकल के खिलाफ आवाज बुलंद करनी होगी, तभी इस फर्जीवाड़े को रोका जा सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन परीक्षा केंद्रों को मोटा पैसा देकर खरीदा जाता है। यह परीक्षा केंद्र दूरदराज के इलाकों में बनाए जाते हैं। उनका कहना था कि जो विद्यार्थी पैसे दे देते हैं उनकी सामूहिक नकल कराई जाती है जबकि जो पैसे नहीं दे पाते उन्हें फेल कर दिया जाता है। मानसरोवर पार्क में बैठक के बाद परीक्षार्थी, अभिभावक व अन्य सामाजिक लोग नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर जेसी चौधरी, बीरेंद्र सिंह, रामपाल, मिंटू सैनी, सुशीला देवी, रामेहर, परविंदर, अंकुर, मोहित, सुनील अजय मौजूद रहे।

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उपायुक्त ने दिया निष्पक्ष जांच का आश्वासन
परीक्षा देने वाले युवाओं ने बताया कि रोहतक जिले में तीन परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं जिनमें एक पब्लिक स्कूल जींद बाईपास, मदीना और सांपला के दतौड़ गांव में है। युवाओं ने बताया कि यह परीक्षा केंद्र ही आउटर इलाकों में बनाए गए हैं जहां पर आमजन भी जाने से डरते हैं और यहां पर किसी तरह की कोई परिवहन सेवा भी नहीं जाती। कई विद्यार्थियों ने बताया कि वह पहले भी इन लोगों को पैसा नहीं देने के कारण फेल हो चुके हैं। उन्होंने उपायुक्त अजय कुमार से गुहार लगाई कि वह इस मामले में कुछ उच्च अधिकारियों, सीटीएम और एसडीएम की देखरेख में स्वतंत्र उड़नदस्ते तैयार करवाएं जो की शिक्षा विभाग से न हो और ऐसे बदमाशों और दलालों के खिलाफ छापेमार कारवाई करवाई जाए। उपायुक्त अजय कुमार ने उन्हें निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से परीक्षा करवाने एवं जांच करवाने का आश्वासन दिया।

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