चितकारा यूनिवर्सिटी से छात्रों, नीलम अस्पताल से 14 मरीजों को सुरक्षित निकाला
संगरूर/राजपुरा (निस)
राजपुरा के निकट एसवाईएल नहर पर शिवालिक तलहटी की चादर बहने के कारण जलभराव की स्थिति पैदा हो जाने के चलते पटियाला की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी के नेतृत्व में जिला प्रशासन के इंजीनियरों और भारतीय सेना के सहयोग से राजपुरा के पास के नीलम अस्पताल (जहां पानी घुस गया था) में भर्ती 14 मरीजों को एम्बुलेंस द्वारा सुरक्षित बाहर निकाला गया और उपमंडल अस्पताल राजपुरा में भर्ती करवाया गया। उनमें से 2 को सरकारी राजिंदरा अस्पताल, पटियाला रेफर कर दिया गया है। चितकारा यूनिवर्सिटी (राजपुरा/पटियाला) के छात्रों को भी सुरक्षित निकाल लिया गया है। डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी स्वयं एसवाईएल चंडीगढ़ रोड पर मौके पर नजर रख रही हैं। उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और पानी के प्रबंधन के लिए इंजीनियरों और भारतीय सेना की टीमों द्वारा कार्रवाई शुरू कर दी गई है। डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने बताया कि बड़ी नदी में बढ़ते जलस्तर और इसके अर्बन एस्टेट एरिया में दाखिल होने के मद्देनजर पटियाला जिला प्रशासन अर्बन एस्टेट फेज-2 और चिनार बाग को खाली करवा दिया है। वहीं फेज 1 भी अलर्ट पर है। अर्बन एस्टेट स्थित राधास्वामी डेरे में लोगों के लिए अस्थायी आश्रय की व्यवस्था की गई है। उधर, राजपुरा-अम्बाला नेशनल हाईवे पर क्वार्क सिटी में 4 से 5 फुट तक पानी जमा हो जाने से वहां पर रहने वाले लोगों को निकालने के लिए प्रशासन को एनडीआरएफ टीम को मौके पर बुलाना पड़ा, जिसने वहां से 100 के लगभग लोगों को सुरक्षित निकाल कर घनौर के सरकारी कालेज में ठहराया। वहीं नेशनल हाईवे के साथ लगते दरिया का जलस्तर सड़क किनारे तक पहुंच गया है। वर्षा का पानी मोहल्लों व बाजारों में भी भर गया है जिसके चलते ज्यादातर दुकानें बंद रही।