मनाली की वादियों में ट्रैकिंग करेंगे प्रदेश के छात्र, शिक्षक
चंडीगढ़, 9 नवंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा के मॉडल संस्कृति और अवरोही मॉडल स्कूलों के छात्र व शिक्षक मनाली की वादियों में सैर-सपाटा करेंगे। सैर-सपाटे के दौरान साहसिक गतिविधियां भी आयोजित की जाएंगी। शिक्षा विभाग की ओर से शीतकालीन साहसिक शिविर का शेड्यूल तैयार कर लिया गया है। मनाली की वादियों में तीन चरणों में शीतकालीन साहसिक शिविरों का आयोजन किया जाएगा। पहले चरण का शुभारंभ 12 नवंबर से होगा, जो 16 नवंबर तक चलेगा। विंटर एडवेंचर कैंप में छठी से 12वीं कक्षा के छात्र और शिक्षक हिस्सा लेंगे। पांच दिवसीय साहसिक कैंप में विद्यार्थी न केवल हिमाचल की संस्कृति से रूबरू होंगे, बल्कि ट्रैकिंग, जिप लाइन और पर्वतारोहण करेंगे। इसके साथ ही प्रकृति व पर्यावरण के बारे में भी जानेंगे। मनाली में पहला शीतकालीन साहसिक शिविर 12 से 16 नवंबर तक आयोजित होगा।
पहले कैंप में अंबाला, हिसार, करनाल, झज्जर, महेंद्रगढ़, पंचकूला, रेवाड़ी और सिरसा से छात्र व शिक्षक हिस्सा लेंगे। दूसरा शिविर 18 से 22 नवंबर तक आयोजित होगा, जिसमें भिवानी, फरीदाबाद, गुरुग्राम, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, पानीपत और यमुनानगर को शामिल किया गया। 24 से 28 नवंबर तक आयोजित होने वाले तीसरे शिविर में चरखी-दादरी, फतेहाबाद, नूंह, पलवल, रोहतक व सोनीपत से शिक्षक व छात्र हिस्सा लेंगे। शिविर में विद्यार्थी व शिक्षक पहाड़ी वादियों का आनंद लेने के साथ रोमांचक गतिविधियों में भी हिस्सा लेंगे। इन साहसिक गतिविधियों में ट्रैकिंग, ज़िप लाइन, रॉक क्लाइम्बिंग, वैली क्रॉसिंग, रिवर क्रॉसिंग, रैपलिंग, राइफल शूटिंग, पिस्टल शूटिंग, तीरंदाजी शामिल हैं। इसके साथ ही, चुनौतियों से निपटना, पर्वतारोहण का परिचय, प्रकृति और पर्यावरण अध्ययन, हिमालय की संस्कृति और विरासत का अध्ययन, जीवन कौशल, कैम्प फायर के तहत सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का भी आयोजन होगा।
भिभावकों की सहमति जरूरी
साहसिक शिविर में हिस्सा लेने वाले छात्रों को अपने अभिभावकों से सहमति लेनी होगी, इसको लेकर बाकायदा पंजीकरण फार्म के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर अनिवार्य हैं। चयनित अभ्यर्थियों को माता-पिता की सहमति और मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र की हार्ड कॉपी शिविर में रिपोर्टिंग के समय प्रस्तुत करनी होगी। शिविर में हिस्सा लेने वाले शिक्षकों सहित सभी प्रतिभागियों के लिए मेडिकल फिटनेस प्रमाण-पत्र अनिवार्य है। चयनित छात्रों की सूची डी.पी.सी. के साथ साझा की जाएगी, साथ ही यात्रा और शिविरों के कार्यक्रम, रिपोर्टिंग स्थान, गतिविधियों, लाई जाने वाली सामग्री, क्या करें और क्या न करें आदि के बारे में विस्तृत निर्देश भी दिए जाएंगे।