आतिशबाजी के प्रदूषण को पराली की आग दे रही रफ्तार
नयी दिल्ली, 14 नवंबर (एजेंसी)
प्रतिकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों के बीच, दिल्ली में मंगलवार को वायु गुणवत्ता का स्तर बहुत खराब रहा। फिलहाल इससे राहत मिलने के आसार भी नहीं है। इस बीच, आतिशबाजी के कारण बढ़े प्रदूषण को पराली की आग ने और हवा दे दी है। इसके चलते हरियाणा, पंजाब के कुछ इलाकों में भी वायु प्रदूषण बहुत ज्यादा बढ़ा है।
दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए रणनीति तैयार करने वाले वैधानिक निकाय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के एक अधिकारी ने कहा, ‘प्रदूषण के स्तर में वृद्धि दो प्रमुख कारणों से होती है- आतिशबाजी और पराली जलाना। अभी आतिशबाजी प्रमुख कारण रहा।’ इस बीच, कई क्षेत्रों में पीएम2.5 (सूक्ष्म कण जो सांस लेने पर श्वसन तंत्र में प्रवेश कर सकते हैं और श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं) की सांद्रता 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की सुरक्षित सीमा से 30 से 35 गुना अधिक रही। अधिकारी ने कहा, ‘पराली जलाने की घटनाएं फिर से बढ़ रही हैं और मौसम संबंधी स्थितियां (प्रदूषकों के फैलाव के लिए) अनुकूल नहीं हैं।’
उधर, हरियाणा और पंजाब के कई इलाकों में प्रदूषण खतरनाक स्तर तक जा पहुंचा है। हरियाणा के कैथल में एक्यूआई 152 से बढ़ कर 361, पंजाब के बठिंडा में 180 से बढ़ कर 380 हो गया। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान के भी कुछ इलाकों में इसकी मात्रा बढ़ी है। उत्तर प्रदेश के बागपत में एक्यूआई 235 से बढ़ कर 385, राजस्थान के भरतपुर में 211 से बढ़ कर 346 हो गया। इस बीच, सीएक्यूएम अधिकारी ने कहा कि केंद्र की वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना के चौथे चरण के तहत दिल्ली में निर्माण कार्य और प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध सहित उठाये गये कड़े कदम अगले आदेश तक लागू रहेंगे।
स्मॉग आसपा के इलाकों में भी लोगों को बुरी तरह परेशान कर रहा है। दिल्ली के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद में एक्यूआई 356, ग्रेटर नोएडा में 348, नोएडा में 364 और हरियाणा के गुरुग्राम में 386 और फरीदाबाद में 384 रहा। यह बेहद खराब श्रेणी में आता है। बारिश के कारण मिली राहत के बाद आतिशबाजी एवं पराली जलाने से स्थिति फिर भयावह बन गयी।
भाजपा नेता दे रहे बेतुके बयान : गोपाल राय
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि भाजपा से जुड़े लोग दीपावली के दौरान पटाखे जलाने के समर्थन में ‘बेतुके’ बयान दे रहे हैं। राय ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार खतरनाक प्रदूषण स्तर वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त जल छिड़काव और एंटी-स्मॉग गन इस्तेमाल करने की योजना बना रही है। उन्होंने भाजपा नेताओं के कुछ बयानों को कोट करते हुए कहा कि उनकी मानसिकता में बदलाव की जरूरत है। उन्होंने सभी राज्यों से पराली जलाने की घटनाओं को कम करने में सहयोग करने का आग्रह किया।