रेल हाईराइजर सोसायटी के जर्जर टावरों का स्ट्रक्चरल ऑडिट शुरू
सोनीपत , 26 नवंबर (हप्र)
सेक्टर-10 स्थित रेल हाईराइजर सोसायटी के जर्जर टावरों का स्ट्रक्चरल ऑडिट शुरू हो गया है। भारतीय रेल कल्याण संगठन ने एक प्राइवेट कंपनी को स्ट्रक्चरल ऑडिट का जिम्मा सौंपा है। कंपनी की टीम ने मंगलवार दोपहर में सोसायटी में पहुंचकर स्ट्रक्चरल आडिट शुरू कर दिया है।
सबसे पहले बेसमेंट के पिलर की जांच की जा रही है कि यह सोसायटी के टावरों का भार सहने लायक है या नहीं। पांच सदस्यीय टीम मंगलवार से शुरू कर 31 दिसंबर तक सोसायटी के सभी जर्जर भवनों का स्टेबिलिटी टेस्ट करेगी। इसके बाद रिपोर्ट सौंपी जाएगी। सोसायटी में कई भवन जर्जर हो चुके हैं। कई बार लेंटर व मलबा गिरने की घटनाएं हो चुकी हैं। सेक्टर-10 में वर्ष 2014 में रेल हाईराइजर सोसायटी बसाई गई थी। सोसायटी 10 साल में ही जर्जर हो गई है। इसके 13 मंजिला टावरों में जगह-जगह दरारें आ चुकी हैं। जगह-जगह सरिये दिखाई दे रहे हैं। प्लॉस्टर गिरने की घटनाएं हो रही हैं। कई बार मलबा गिरने से यहां रहने वाले रेजिडेंट्स सदमे में है।
यहां कई बार ऊपर की मंजिलों के छज्जे टूटकर गिर चुके हैं। सोसायटी के प्रांगण में खेलते बच्चे मलबे की चपेट में आने से बाल-बाल बचे हैं। अभिभावक किसी हादसे की आशंका से अपने बच्चों को जर्जर भवनों के आसपास से गुजरने और खेलने नहीं देते। इस सोसायटी में अधिकृत फ्लैट मालिकों ने अपने फ्लैट किराये पर दे रखे हैं।
लगातार हो रही मलबा गिरने की घटनाओं के कारण यहां रहने वाले रेजिडेंट्स दहश्त में हैं।
आधुनिक मशीनों द्वारा की जा रही है जांच
भारतीय रेल कल्याण संगठन के जनरल मैनेजर ने सोमवार को सोसायटी के स्ट्रक्चरल ऑडिट के आदेश जारी किए। इसके लिए मैसर्ज क्वालिटी ऑस्ट्रिया सेंट्रल एशिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को स्ट्रक्चरल ऑडिट टेस्ट करने का जिम्मा सौंपा गया है। कंपनी के विशेषज्ञों की टीम द्वारा आज से सोसायटी के सभी जर्जर भवनों का स्ट्रक्चल ऑडिट टेस्ट करेगी। यह टेस्ट 31 दिसंबर तक चलेगा। इसके बाद टीम रेलवे को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी कि सोसायटी के भवन रहने लायक हैं या नहीं। मंगलवार को टीम के विशेषज्ञों ने बेसमेंट में पहुंचकर पिलरों की जांच की। आधुनिक मशीनों द्वारा इन पिलरों की जांच की जा रही है।
"रेजिडेंट्स काफी दिन से सोसायटी के जर्जर होने की बात कह रहे थे। कई बार मलबा गिरने, प्लॉस्टर गिरने और सरिये दिखाई देने की शिकायतें आ रही थी। रेजिडेंट्स की मांग पर हमने स्ट्रक्चरल ऑडिट टेस्ट कराने की सिफारिश की है। अब यह टेस्ट शुरू हो गया है। टीम रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय को भेजेगी, इसके बाद तकनीकी विशेषज्ञों से रिपोर्ट का रिव्यू कराया जाएगा। इसके बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।"
-नरेश कुमार, जिला नगर योजनाकार, सोनीपत