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हमेशा दमदार कैरेक्टर पहली पसंद

08:17 AM Jun 08, 2024 IST

रेणु खंतवाल
अभिनेत्री अंजलि ततरारी ने अपने अभिनय कैरियर की शुरुआत रोहित शेट्टी की फिल्म ‘सिम्बा’ में एक छोटी सी भूमिका से की लेकिन एक अभिनेत्री के तौर पर अंजलि ने जैसे ही टीवी पर अपना डेब्यू शो ‘मेरे डैड की दुल्हन’ किया तो वह घर-घर में एक जाना पहचाना नाम और चेहरा बन गईं। इस शो में उनका निया शर्मा का किरदार बहुत हिट रहा। उसके बाद सरगम की ‘साढ़े साती’, ‘तेरे बिना जिया जाए न’ शो में अंजलि नज़र आईं। इन दिनों वे सोनी सब टीवी चैनल के शो ‘वंशज’ में युविका महाजन के किरदार में नज़र आ रही हैं। अंजलि ततरारी का जन्म उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में हुआ। लेकिन कुछ साल बाद ही वे अपनी मां के साथ मुंबई आ गईं। पेश है पिछले दिनों अंजलि ततरारी से हुई बातचीत

पिथौरागढ़ से मुंबई आना और फिर अभिनेत्री बन जाना यह कैसे हुआ?
बिल्कुल प्लान नहीं था। चार साल की उम्र में मैंने अपने पापा को खोया। उसके बाद जब आठवीं में पढ़ रही थी तब अपने भाई को खोया। पापा के साथ यादें तो मुझे याद नहीं क्योंकि तब मैं बहुत छोटी थी लेकिन अपने भाई के साथ मेरी बहुत सारी यादें थीं। ऐसे में मेरे और मेरी मम्मी के लिए उस घर में रहना बहुत मुश्किल हो गया था। फिर मेरे मामाजी जोकि मुंबई में रहते थे वे मुझे और मम्मी को मुंबई ले आए। फिर यहां का संघर्ष शुरू हुआ। लेकिन भगवान आपसे कुछ छीनता है तो देता भी है। हम उत्तराखंड के लोगों के लिए तो एक्टिंग बहुत बड़ी बात है। लेकिन मेरी मां की पूरी सपोर्ट रही इसलिए आज यहां हूं।
‘वंशज’ को लोग बहुत पसंद कर रहे हैं। आपको इस शो में ज्यादा अच्छा क्या लगता है?
इस शो का स्ट्रॉन्ग कॉन्टेंट। यह अपने अधिकारों के लिए जागरूक एक पढ़ी-लिखी मजबूत लड़की की कहानी है। जो अपनी काबिलियत पर यकीन करती है। और मानती है कि वंशज केवल लड़का नहीं हो सकता। अगर लड़की काबिल है तो वह भी उस घर की वंशज हो सकती है। यह शो समाज में लड़का-लड़की को बराबर मानने की बात कहता है। मैं खुद को युविका से रिलेट भी कर रही हूं।
कैसे रिलेट कर पा रही हैं?
युविका की मां ने उसे पाला है। असल जिंदगी में मेरी मां ने मुझे पाला है। आज उनकी परवरिश की वजह से मैं यहां तक पहुंची हूं। वही युविका की कहानी भी है। उसकी मां ने उसे एक काबिल इंसान बनाया है। मेरे ऊपर भी बहुत कम उम्र में जिम्मेदारियां आ गई। मैंने दसवीं के बाद से ही पढ़ाई के साथ-साथ काम करना शुरू कर दिया था। इसलिए भी वंशज नामक यह शो मेरे दिल के करीब है।
किसी कैरेक्टर को चुनने के लिए आपकी प्राथमिकता क्या रहती है?
प्राथमिकता रहती है कि मैं अपने लिए ऐसे शोज़ उठाऊं जिनसे मैं खुद रिलेट कर पाऊं। जो बहुत स्ट्रॉन्ग हों। मुझे बेचारी टाइप, रोने-धोने वाले रोल करना पसंद नहीं है। कैरेक्टर ऐसे हों जो फुल ऑफ लाइफ हों। अगर कोई ऐसा शो जिससे मैं रिलेट नहीं कर रही हूं उसमें मुझे ज्यादा पैसा भी ऑफर हो, तो भी मैं मना कर दूंगी। शो ऐसा हो जिससे लोगों को एक अच्छा मैसेज मिले। ‘मेरे डैड की दुल्हन’ का निया शर्मा का किरदार आज भी लोग कहते हैं कि हमें निया बहुत पसंद है।
मेरे डैड की दुल्हन शो बहुत सफल रहा। क्या इसका सीजन 2 भी बनेगा?
हम जहां भी जाते हैं तो लोग जरूर पूछते हैं कि इस शो का दूसरा सीज़न भी आ रहा है क्या? अभी तक तो ऐसा कुछ नहीं हो रहा है लेकिन यह सच है कि लोगों को यह शो बहुत ज्यादा पसंद था। एक बार मैं दिल्ली आई थी तो किसी लड़की ने मुझे बताया कि हम इस शो से प्रभावित हैं व अपने पापा के लिए भी दुल्हन ढूंढ रहे हैं।
आगे के कैरियर में आपको टीवी ही करना है या और मीडियम भी ट्राई करने हैं?
सच बताऊं तो मुझे मीडियम से कोई फर्क नहीं पड़ता- चाहे टीवी, फिल्म हो या वेब हो। बस कॉन्टेंट स्ट्रॉन्ग होना चाहिए। साथ ही मेरा कैरेक्टर ऐसा हो कि करने में मज़ा आए। टीवी बहुत बड़ा मीडियम है। मुझे नहीं लगता कि इतना ज्यादा एक्पोज़र आपको कोई और मीडियम देता है।
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