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कृषि मंत्री के आश्वासन के बाद आढ़तियों की हड़ताल समाप्त

06:41 AM Oct 13, 2023 IST
माछीवाड़ा मंडी में लगे धान के अंबार। -निस

चंडीगढ़, 12 अक्तूबर (हप्र)
पंजाब के कृषि और किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां के आश्वासन के उपरांत आज राज्य के आढ़तियों ने तुरंत प्रभाव से अपनी हड़ताल ख़त्म कर दी। कृषि मंत्री ने आढ़तियों, खरीद एजेंसियों और पंजाब मंडी बोर्ड को यह यकीनी बनाने के लिए कहा कि धान खरीद सीजन के दौरान किसानों को किसी किस्म की मुश्किल का सामना न करना पड़े।
कृषि मंत्री ने पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन हरचन्द सिंह बरसट के साथ आज यहां किसान भवन में फेडरेशन ऑफ आढ़तिया एसोसिएशन ऑफ पंजाब के प्रधान विजय कालड़ा के नेतृत्व में आए एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग कर उनकी समस्याओं चर्चा की।
बैठक में आढ़तियों द्वारा बायोमीट्रिक खरीद प्रणाली और ईपीएफ संबंधी उठाए गए मुद्दों पर कृषि मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनके मसलों को केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री के समक्ष उठाया जायेगा, ताकि उनका जल्द हल निकल सके। उन्होंने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के चंडीगढ़ में तैनात डिप्टी जनरल मैनेजर ( डीजीएम) आलोक कुमार को 10 दिन के अंदर इन मुद्दों संबंधी रिपोर्ट पेश करने के लिए भी कहा।
इस दौरान पंजाब मंडी बोर्ड की सचिव अमृत कौर गिल ने राज्य में बायोमीट्रिक खरीद प्रणाली लागू करने की मौजूदा स्थिति के बारे में कृषि मंत्री को अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि राज्य में अब तक 876 मंडियों को इस प्रणाली के लिए चुना गया है। उन्होंने आगे बताया कि मंडी बोर्ड के पास नयी मंडी टाउनशिप विभाग के अधीन 5400 खाली/ ब्रिकी योग्य प्लॉट हैं। विभाग इन प्लॉटों को ई-नीलामी के द्वारा बेचने की योजना बना रहा है।

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मंडियों में धान के अंबार

समराला (निसं) : पंजाब के आढ़तियों की हड़ताल कृषि मंत्री के आश्वासन के उपरांत भले ही समाप्त हो गई है लेकिन अभी भी धान की लिफ्टिंग न होने के कारण समराला और माछीवाड़ा की मंडियों में धान की बोरियों के अंबार लगे हुए हैं। समराला और माछीवाड़ा के आढ़तिया संघ के अध्यक्ष आलमदीप सिंह मल्लमाजरा और तेजिंदर सिंह कूनर ने कहा कि बेशक हड़ताल समाप्त हो गई है, परंतु उनका रोष मांगों के माने जाने तक जारी रहेगा। आलमदीप सिंह ने कहा कि चावल मिलों का रोष प्रदर्शन अभी जारी है। उन्होंने कहा कि चावल मिल मालिकों के व्यापक हितों को देखते हुए तीनों अलग अलग यूनियनें एकजुट हो गई हैं। इस विषय को लेकर कल लुधियाना में शैलर मिल मालिकों की आपात बैठक बुलाई गई है, जिसमें हड़ताल संबंधी फैसला लिया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार समराला मंडी में पहुंचे दो लाख पांच हजार क्विंटल धान में से अभी भी करीब सात हजार क्विंटल धान पड़ा है। माछीवाड़ा मंडी में भी करीब दस हजार क्विंटल धान पड़ा हुआ है। ऐसे में मौसम विभाग की भविष्यवाणी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।

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