For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

पराली जलाने पर सख्ती, कई किसानों पर एफआईआर दर्ज, कुछ की रेड एंट्री

07:30 AM Oct 22, 2024 IST
पराली जलाने पर सख्ती  कई किसानों पर एफआईआर दर्ज  कुछ की रेड एंट्री
गुहला चीका के भागल स्कूल में नशे के दुष्प्रभाव व पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में छात्रों को जागरूक करते पुलिस अधिकारी। -निस
Advertisement

टोहाना/ गुहला चीका, 21 अक्तूबर (निस)
धान के अवशेष यानि पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ अब कानूनी शिकंजा कसा जाने लगा है। जिला पुलिस द्वारा पराली जलाने वाले चार किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पहले मामले में भूना पुलिस को दी शिकायत में भूना के बीएओ कृष्ण कुमार ने कहा है कि जिला उपायुक्त द्वारा धान कटाई उपरांत बचे हुए अवशेष जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया हुआ है। गत दिवस हरसेक द्वारा जीपीएस लोकेशन मिली थी। इसके बाद कृषि विभाग की टीम जिसमें कृषि विकास अधिकारी, कृषि निरीक्षक, बीटीएम, एटीएम, पटवारी, ग्राम सचिव गांव का सरपंच व नंबरदार शामिल थे, ने गांव खासा पठाना जाकर मौके का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने पाया कि किसान राजबीर द्वारा 8 कनाल में धान की पराली में आग लगाई हुई थी। आरोप है कि किसान ने फसलों के अवशेष जलाकर उपायुक्त के आदेशों की अवहेलना की है। इस पर बीएओ भूना कृष्ण कुमार की शिकायत पर किसान के खिलाफ केस दर्ज किया है। दूसरे मामले में भूना पुलिस ने एग्रीकल्चर सुपरवाइजर राकेश की शिकायत पर गांव नहला के किसान धर्मबीर के खिलाफ केस दर्ज किया है।
हरसेक द्वारा भेजी गई लोकेशन के बाद टीम ने मौके का निरीक्षण किया तो पाया कि किसान ने 6 कनाल में पराली में आग लगाई हुई थी। तीसरे मामले में सदर रतिया पुलिस ने एग्रीकल्चर सुपरवाइजर अंकित बिश्नोई की शिकायत पर गांव हुकमावाली के दो किसानों नक्षय सिंह ठेकेदार व गुरमेल सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोप है कि इन लोगों ने 8 कनाल में फसलों के अवशेष जलाये हैं।
फतेहाबाद (हप्र): कृषि विभाग के उप निदेशक राजेश गोदारा ने बताया कि अब तक 4 किसानों पर एफआईआर दर्ज की गई है। भूना खंड के गांव खासा पठाना व नहला तथ रतिया खंड के गांव हुकमावाली में हरसेक लोकेशन व मौके पर पाई गई आगजनी के आधार पर संबंधित थाना में मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा प्राप्त 40 लोकेशनों को जांचा गया है तथा उन किसानों की रेड एंट्री की गई है।
वहीं गुहला चीका पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पराली में आग लगाने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। पहले मामले में थाना चीका के एसआई एचसी गौरव कुमार की टीम ने आरोपी बारुराम को गिरफ्तार किया है। थाना गुहला पुलिस ने 3 मामलों में गांव चक्कू लदाना के रणजोत सिंह, रामथली निवासी अमरीक सिंह व गांव खरौदी निवासी तेलुराम को गिरफ्तार किया।
पिहोवा (निस) : उपमंडल कृषि अधिकारी डा. मनीष वत्स ने बताया कि पिहोवा के सारसा गांव में सोमवार 21 अक्तूबर को एक किसान के खिलाफ फसल अवशेषों को जलाने पर एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि जो किसान फसल अवशेषों को नहीं जला रहे, उन्हें 1000 रुपए प्रति एकड़ सरकार दे रही है।
कैथल (हप्र): ढांड पुलिस द्वारा 3 मामलों में एचसी नरेंद्र, एएसआई बलकार की टीम द्वारा आरोपी गांव बरोट निवासी राजेंद्र व गांव चुहड़माजरा निवासी जिले सिंह को काबू कर लिया गया। पुंडरी पुलिस द्वारा 5 मामलों में एचसी विकास, पीएसआई दीपक कुमार, पीएसआई गगनदीप, एचसी विनोद कुमार व एचसी नरेंद्र की टीम द्वारा गांव सिरसल निवासी कृष्ण लाल, गांव दुलियानी निवासी सतपाल, गांव भाना निवासी राकेश कुमार, सिरसल निवासी रामफल व गांव जांबा निवासी भीम सिंह को गिरतार किया गया।
उकलाना मंडी (निस): कृषि विभाग द्वारा दो किसानों पर धान के अवशेष जलाने को लेकर पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। पुलिस को दी शिकायत में कृषि विभाग के अधिकारी अमित बिश्रोई ने बताया कि सैटेलाइट के माध्यम से जीपीएस लोकेशन से शिकायत प्राप्त हुई थी और उस जगह पर ग्राम सचिव, पटवारी व कृषि विभाग के कर्मचारी घटनास्थल पर पंहुचे तो धान की फसल के अवशेष जलाने वाले गांव किनाला के किसान बलवंत के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया।

Advertisement

पराली के दुष्प्रभाव बताये
गुहला चीका (निस) : सोमवार को शहीद सिपाही राजेश कुमार राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भागल में खंड शिक्षा अधिकारी ओम प्रकाश अगुवाई में नशा मुक्ति व पराली न जालाने के बारे में अभियान चलाया गया। इस अभियान में पुलिस विभाग कैथल के सहयोग से सुनील कुमार संधू और सब इंस्पेक्टर ओमप्रकाश ने बच्चों को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में बताया व पराली से पैदा होने वाले प्रदूषण से हमारे शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव भी बताये। स्कूल के एनएसएस के इंचार्ज सतिंदर पाल सिंह ने बताया इस कार्यक्रम से बच्चों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरणा मिली और बच्चों ने पराली न जलाने के लिए आस पड़ोस में लोगों को प्रेरित करने के लिए प्रण भी लिया। बीईओ ओम प्रकाश कहा कि पर्यावरण एक प्राकृतिक संसाधन है। इसका संरक्षण करना मनुष्यों का प्राथमिक कर्तव्य है। इस मौके पर प्राध्यापिका कृष्णा पूनिया, दर्शन सिंह, चेतन बंसल, नवल कालरा, राजेंद्र कुमार, अर्चित शर्मा व मनदीप कौर भी उपस्थित रहे।

Advertisement
Advertisement
Advertisement