बीमा कंपनी पर सख्ती, डीसी ने कृषि निदेशालय को लिखा पत्र
सोनीपत, 2 फरवरी (हप्र)
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जिले में 2437 किसानों के लटके हुए मुआवजे के मामले में जिला प्रशासन ने अब सख्त रुख अपना लिया है। डीसी डॉ. मनोज कुमार ने संबंधित किसानों को मुआवजा दिलवाने के लिए अब कृषि निदेशालय को पत्र लिखा है। मुआवजा जारी न करने पर संबंधित बीमा कंपनी के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही करने की बात कही गयी है।
बता दें कि खरीफ सीजन 2021, 2022 और रबी सीजन 2021-2022 के लिए कुल 2437 किसानों का बीमा रद्द कर कंपनी ने मुआवजा देने से इनकार कर दिया है। बीमा कंपनी के खिलाफ किसान कई बार आवाज उठा चुके हैं। किसानों का आरोप है कि बीमा कंपनी ने नियमों को ताक पर रखकर बीमा रिजेक्ट कर दिया और अब करीब डेढ़ साल बाद प्रीमियम लौटा दिया है। प्रभावित किसानों ने कहा कि किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है। किसी भी फसल बीमा को रिजेक्ट करने के लिए कंपनी के पास दो महीने का समय होता है। लेकिन कंपनी ने एक साल के बाद बीमा रिजेक्ट किए और अब प्रीमियम लौटाकर मामला शांत करना चाहती है। किसानों का आरोप है कि जिन क्षेत्रों में फसलों का नुकसान हुआ, खासकर उन क्षेत्रों के किसानों के बीमा रिजेक्ट किये गये हैं।
एक साल पहले दिया था निर्देश
यह मामला लंबे समय से विवादों में बना हुआ है। गत वर्ष जनवरी माह में डीसी की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर जिला स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक भी आयोजित हुई थी। इस बैठक में डीसी ने संबंधित बीमा कंपनी को जल्द से जल्द मुआवजा जारी करने के निर्देश जारी किए थे। परंतु एक साल बीत जाने के बावजूद किसानों को बीमा कंपनी ने मुआवजा जारी नहीं किया।
‘सोनीपत जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा कंपनी ने किसानों का मुआवजा जारी नहीं किया था। इस संबंध में एक्शन लेते हुए कृषि निदेशालय को पत्र लिखकर मुआवजा जारी करवाने की बात कही गई है। किसानों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इसके लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं।’ - डॉ. मनोज कुमार, डीसी, सोनीपत