प्रदेश के युवा साहित्यकार की कहानी सीबीएसई पाठ्यक्रम में शामिल!
चंबा, 21 दिसंबर (निस)
हिमाचल के युवा साहित्यकार पवन चौहान की कहानी खिलौनों को लग गई ठंड से देशभर के बच्चे रूबरू होंगे। यह कहानी सीबीएसई पाठ्यक्रम में शामिल की गई है। 2024-2025 सत्र में दूसरी कक्षा की हिन्दी की पाठ्यपुस्तक नव उन्मेष में इस कहानी को जगह मिली है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा-2022 (बुनियादी स्तर) के अनुरूप यह कहानी शामिल की गई है। यह कहानी विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण के विकास में मदद करेगी।
अन्य पाठ्यक्रम में रचनाएं
पवन चौहान हिंदी के प्रवक्ता हैं और वर्तमान में वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल स्यांजी में कार्यरत हैं। हिमाचली बाल साहित्य में इनका कार्य उल्लेखनीय है।
इनकी कहानी इससे पूर्व हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड की पांचवीं कक्षा की पुस्तक, महाराष्ट्र के पाठ्यक्रम की पुस्तक ‘सुगम भारती’ की सातवीं कक्षा, लीड के पाठयक्रम की पांचवीं कक्षा की पाठ्यपुस्तक ‘संपूर्ण हिंदी समर्थ’ में कविता सयानी प्रकाशित हो चुकी हैं। केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला से पवन चौहान की बाल कहानियों का आलोचनात्मक विश्लेषण विषय पर लघु शोध भी हुआ है।
पवन चौहान की कहानी बच्चों की रुचि संबंधी एकाग्रता को लेकर बुनी गई है। पाठ्यपुस्तक नव उन्मेष में सुपरिचित साहित्यकारों निरंकार देव सेवक, श्याम सुंदर श्रीवास्तव कोमल, डा. विनोद प्रसून, आरसी प्रसाद सिंह, नयना अडगारकर, राजा चौरसिया, वंदना चौहान की रचनाओं को भी शामिल किया गया है।
-डाॅ. विनोद सिंह चौहान, संसाधक सीबीएसई, एनसीईआरटी