कहानी भी, कला भी – बच्चों की कल्पनाओं ने रचा अनोखा संसार
चंडीगढ़, 8 जून (ट्रिब्यून न्यूज़ सर्विस):
कुछ रंग, कुछ रेखाएं और ढेर सारी कल्पनाएं... रविवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में बच्चों की दुनिया कुछ ऐसी ही दिखी। मौके पर थी एक खास किताब चित्रण कार्यशाला, जिसमें 60 से ज्यादा बच्चों ने हिस्सा लिया और सीखा कि कैसे एक कहानी सिर्फ शब्दों से नहीं, तस्वीरों से भी बखूबी कही जा सकती है।
वर्कशॉप को दिशा दी जानी-मानी कार्टूनिस्ट और बच्चों की किताबों के चित्रकार सुभाशीष नियोगी ने। उन्होंने बच्चों को बताया कि कैसे एक साधारण चित्र में भी अनगिनत भाव छिपे होते हैं। सुभाशीष ने उन्हें सिखाया कि कहानी कहने के लिए कभी-कभी शब्दों से ज़्यादा असरदार होते हैं रंग और दृश्य।
बच्चों ने खुद पात्र बनाए, घटनाएं गढ़ीं और उन्हें कागज़ पर उतारा। वर्कशॉप में हर बच्चे की कल्पना ने एक नई उड़ान भरी। किसी ने सुपरहीरो बनाए, तो किसी ने परीकथाओं की दुनिया रच डाली।
कार्यशाला के अंत में बच्चों के बनाए चित्रों की एक अनौपचारिक प्रदर्शनी भी लगाई गई, जहां हर तस्वीर अपने-आप में एक पूरी कहानी बयां कर रही थी।