Divya Phogat Death Case : संगठन को ज्ञापन देने से रोका, तीन घंटे हिरासत में रखा
हिसार, 10 जनवरी (हप्र) : वैज्ञानिक दिव्या फोगाट ( Divya Phogat Death Case) की मौत के मामले में आज आईएसओ संगठन ने प्रदर्शन किया। हरियाणा कृषि विश्विद्यालय हिसार में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिलकर ज्ञापन देने गए आईएसओ संगठन के जिला अध्यक्ष साहिलदीप कसवां, जिला उपाध्यक्ष सुखी मंगाली और लॉ कॉलेज प्रधान करण कुहाड़ ने आरोप लगाया है कि बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री के हिसार आगमन पर पुलिस ने उनको ज्ञापन नहीं देने दिया और हकृवि कुलपति ने उनको अवैध रूप से तीन घंटे पुलिस हिरासत में रखवाया।
उन्होंने बताया कि डॉ दिव्या फोगाट की मौत कुलपति प्रोफेसर बीआर काम्बोज और वैज्ञानिक डॉ. कर्मल मलिक द्वारा की गई मानसिक उत्पीड़न के कारण हुई है।
Divya Phogat Death Case -ये भी लगाये आरोप
आईएसओ संगठन से जुड़े युवाओं ने आरोप लगाया कि इससे पूर्व एडवोकेट विकास हुड्डा की कुलपति बीआर कंबोज, सुखबीर बिश्नोई द्वारा झूठे केस में फंसाकर मानसिक उत्पीड़न देकर हत्या की गई।
वैज्ञानिकों के रंजिशन दूर दराज किए जा रहे तबादले, वैज्ञानिकों का रिकॉर्ड खराब करना, छात्रों के साथ गाली गलौच और मारपिटाई करना, कुलपति की पत्नी को असंवैधानिक तरीके से विश्वविद्यालय के कैंपस स्कूल में डायरेक्टर की पोस्ट पर रखना, पीएचडी के छात्रों को नौकरी न देकर रिटायर प्रोफेसर्स को दोबारा नौकरी पर रखना, विवि में काफी अनियमितताएं चल रही है। इसके अलावा किसान मेले में किसानों के साथ दुर्व्यवहार करना, बीज उपलब्ध न कराना जैसे गंभीर मुद्दों पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने गए थे लेकिन पुलिस ने तीन घंटे तक जबरन हिरासत में रखा।
'गिरफ्तारी से घबराने वाले नहीं'
उन्होंने प्रशासन को एक हफ्ते का समय दिया और कहा कि वे मुकदमों और गिरफ्तारियों से घबराने वाले नहीं है, और इसी मुद्दे पर मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, कृषि मंत्री और राज्यपाल से मिलेंगे। आज हमारी सरकार से कोई लड़ाई नहीं है लेकिन अगर सरकार अगले दस दिन में कुलपति बीआर कंबोज, प्रोफेसर कर्मल मलिक, सुखबीर बिश्नोई, कपिल अरोड़ा, हौटा प्रधान अशोक गोदारा के खिलाफ सीबीआई जांच नहीं करवाती तो हो सकता है ये लड़ाई सरकार के साथ हो जाए।
Divya Phogat Death Case : कुलपति पर जड़े ये आरोप
साहिलदीप ने कहा कि कुलपति द्वारा अपने करीबियों को बार-बार कहा जा रहा है कि मैं तो संघ और सरकार को करोड़ों रुपए देकर दोबारा वीसी बन जाऊंगा। साथ ही साहिलदीप ने कुलपति के निजी सचिव कपिल अरोड़ा की नार्को टेस्ट की मांग की क्योंकि कुलपति के सारे काले कारनामों को वही संभालता है। साहिलदीप कसवां ने कहा कि हरियाणा सरकार तुरंत इस मामले में गंभीर और ठोस कदम उठाए और डॉ. दिव्या फोगाट की मानसिक उत्पीडऩ देकर हुई हत्या की सीबीआई जांच करवाए।
युवा वैज्ञानिक डॉ. दिव्या फोगाट की मौत की हो उच्चस्तरीय जांच : दीपेंद्र हुड्डा