गुरुग्राम में पुलिस पर पथराव, कई वाहन तोड़े
गुरुग्राम, 22 जून (हप्र)
सेक्टर-34 में शनिवार सुबह एक कंपनी की बस से कंपनी के ही एक श्रमिक की मौत होने के बाद कर्मचारी भड़क गए। उन्होंने आसपास खड़े कई वाहन तोड़ डाले। पुलिस के दो वाहन तोड़ दिए और पुलिस कर्मियों पर पथराव किया। चोटिल पुलिस कर्मियों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
घटना शनिवार सुबह 8.30 बजे की है। रोजाना की तरह सेक्टर -35 में पद्मिनी वीएनए मैकेनिक प्राइवेट लिमिटेड के श्रमिकों को कंपनी की बसें ला रही थीं। एक बस रुकी तो उसमें से सारे श्रमिक उतर गए। उसमें से एक श्रमिक पीछे खड़ा था तभी बस ड्राइवर ने बिना देखे गाड़ी को बैक कर दिया, जिससे श्रमिक बस के नीचे आ गया और उसकी मौत हो गई। मृतक का नाम सोनू (34) है। वह उत्तर प्रदेश का रहने वाला थ। घटना के बाद बस का चालक भाग गया। श्रमिक का शव बस के नीचे ही रह गया। भड़के श्रमिकों ने बस को घेर कर धरना शुरू कर दिया। उनकी मांग थी कि चालक ने जानबूझकर सोनू की हत्या की है। उसे गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने सोनू के परिजनों को मदद और नौकरी देने की मांग की। श्रमिकों ने फैक्टरी का काम बंद कर दिया। सैकड़ों श्रमिक मौके पर एकत्रित हो गए। बादशाहपुर थाना प्रबंधक पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस को अनुमान नहीं था कि वहां स्थिति ज्यादा गंभीर है। उन्होंने नाराज श्रमिकों को मनाने की कोशिश की। इस बीच कुछ पुलिसकर्मियों ने नाराज श्रमिकों को बलपूर्वक हटाना शुरू कर दिया। उनके साथ बदतमीजी की। इस पर अन्य श्रमिकों ने विरोध किया और वे भड़क उठे।
अचानक श्रमिकों ने पुलिस पर पत्थर फेकने शुरू कर दिए। इससे पुलिस भाग खड़ी हुई। श्रमिकों ने पुलिस के दो वाहनों पर पथराव किया। आसपास खड़ी बसों के शीशे तोड़ दिए। इसके बाद एडीसीपी साइबर क्राइम सिद्धांत जैन और एसीपी विपिन अहलावत अतिरिक्त पुलिस बल के साथ पहुंचे। लेकिन श्रमिक मानने को तैयार नहीं थे। उन्हें मजदूरों का भी समर्थन मिल गया। उनका आरोप था कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ ठीक बर्ताव नहीं किया। उनके साथ बदतमीजी की गई। चालक को भगा दिया। हालांकि, बाद में कहा गया कि चालक को कंपनी में ही छुपाया हुआ है। खबर लिखे जाते तक श्रमिकों ने बस के नीचे से मृतक का शव नहीं निकाला और वहीं घेर कर प्रदर्शन किया।
श्रमिकों के पथराव से कई पुलिसकर्मियों चोटिल हो गए, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार स्थिति शांतिपूर्ण तथा नियंत्रण में है।
20 लाख रुपये, परिजनों को मिलेगी नौकरी
श्रमिक विभाग ने तनावपूर्ण स्थिति के बीच मजदूर और प्रबंधकों के बीच मध्यस्थता की कोशिश की। श्रम विभाग के अधिकारी रमेश आहूजा ने बातचीत के जरिए 20 लाख की राशि मृतक श्रमिक के परिवार को आर्थिक मदद के लिए दिलवाई है। परिवार के एक सदस्य को नोकरी भी दी जाएगी। इस मौके पर श्रम निरीक्षक पवन शर्मा भी मौजूद रहे।