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संभ्रांत जीवनशैली का खूबसूरत शहर स्टॉकहोम

06:39 AM Mar 01, 2024 IST
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अमिताभ स.
यूरोपीय देश स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम इस देश का सबसे बड़ा शहर भी है। यहीं मेलेनन लेक और बाल्टिक सागर का मेल होता है। बेइंतिहा खूबसूरती के चलते यह ‘नॉर्थ का वेनिस’ कहलाता है।
स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम की सड़कों पर पैदल आते-जाते लोग सूटेड-बूटेड ही दिखाई देते हैं। पहली ही नज़र में लगता है कि हाई लाइफ स्टाइल का शहर है। ज्यादातर लोग स्वीडिश भाषा बोलते और पढ़ते हैं। हालांकि, अंग्रेजी भी समझ और बोल लेते हैं। कोई किसी से बातचीत शुरू करने से पहले स्वीडिश भाषा में जरूर कहता है, ‘हुशक मेडे’ यानी ‘एक्सक्यूज़ मी’। और अपनी बात ‘थेकसू मेके’ यानी ‘थेंक यू’ कहकर विराम लगाता है।
हसीन नज़ारों और हर तरफ सागर झीलों के चलते स्टॉकहोम की खूबसूरती वेनिस जैसी लगती है। यह 14 टापुओं पर बसा है। स्टॉकहोम समेत स्वीडन में दुनिया का सबसे साफ-स्वच्छ पानी मिलता है। नलों में बहता पानी पीने के लिए फिट है। होटलों के कमरों में ठहरे मेहमान कमरों से जुड़े शौचालयों के नलों से ही पानी पीते हैं। स्टॉकहोम में स्वीडन की तीसरी बड़ी लेक मेलेनन का पानी मुहैया करवाया जाता है। मेलेनन लेक स्टॉकहोम के बीचोंबीच है। इस झील की कद्र ज्यादा है क्योंकि इसका पानी मीठा है, जबकि छूते बाल्टिक सागर का खारा है।

गमला स्टेन है ओल्ड टाउन

स्टॉकहोम ऐतिहासिक शहर है। पुराने इलाकों में गमला स्टेन प्रमुख है। यहां अपनी पुरानी दिल्ली जैसी गलियां और गलियों में गलियां हैं। हैं पुरानी, लेकिन आज भी सुन्दर लगती हैं। इमारतें भी पुरानी-पुरानी हैं, फिर भी, गौरवमय लगती हैं। इमारतों की बाहरी ओर खिड़कियों की भरमार है। सूरज की रोशनी घर के भीतर जाए, इसलिए खिड़कियों की तादाद ज्यादा रखी जाती है। क्योंकि अप्रैल से जून तक तो सूरज रात 10 बजे डूबता है, लेकिन साल के ज्यादातर महीनों में सूरज के दीदार बमुश्किल 2-3 घंटे ही होते हैं। इसलिए लोग सूरज की रोशनी और धूप के लिए तरस जाते हैं। शहर का पॉश इलाका कूंस काटेन है।
हाई-फाई फैशन स्टोर्स की स्ट्रीट ड्रोटिनगैटन कहलाती है। इसी सड़क के इर्द-गिर्द 15-15 मंजिला ट्विन टॉवर खड़े हैं। बीती सदी के शुरुआती सालों में जब इनका निर्माण हुआ, तब ये यूरोप की सबसे ऊंची इमारतों में शुमार थे। बेशक आज इनकी लम्बाई एफिल टॉवर से आधी है। एक और फैशन स्ट्रीट है स्टेन वेगन। यहां साल 1897 से फैशन की नुमाइशें आयोजित की जाती हैं। आरके पेलेगो भी खास अट्रेक्शन है। स्टेन वेगन एरिया में कई शख़्सियतें भी रहती हैं। खासा महंगा है- रेडी टु मूव आपर्टमेंट का रेट करीब 24,000 यूरो यानी साढ़े 21 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर से अधिक है।
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सेंट्रल स्टेशन के आसपास

स्टॉकहोम के बीचोंबीच सेंट्रल रेलवे स्टेशन है। आमतौर पर, हरेक यूरोपीय शहर में सेंट्रल रेलवे स्टेशन को खासी अहमियत दी जाती है। इर्द-गिर्द हाई-फाई एरिया होता है। अपने शहरों की माफिक खस्ता हाल इलाका नहीं, बल्कि पॉश एरिया। यहां स्वीडन ही नहीं, समूचे यूरोप के लिए ट्रेनें आती-जाती हैं। यहीं अंडरग्राउंड मेट्रो भी है। स्टॉकहोम में ट्राम, बसें और टैक्सियां भी चलती हैं। बाइक और साइकिलें भी किराये पर मिलती हैं। सिटी टूर के लिए हॉप ऑन हॉप ऑफ बसें सबसे बढ़िया साधन हैं। सागर पर बड़ी बोट पर बैठ कर भी साइट सीइंग टूर कर सकते हैं।
गमला स्टेन में द रॉयल पैलेस, सेंट जोर्ज चर्च और नोबेल म्यूजियम देखने लायक हैं। नजदीक है द रॉयल पैलेस। यह स्वीडन के किंग का निवास है और यूरोप का सबसे बड़ा महल भी। खास बात है कि सैलानी भीतर घूम सकते हैं। स्वीडन का बिग बॉस किंग ही होता है। किंग की सबसे बड़ी संतान बेटा है, तो किंग और अगर बेटी है, तो वही क्वीन बनती है। बच्चों की खास अट्रेक्शन है एम्यूजमेंट पार्क ‘गरेना लुम्ब’। यह स्वीडन का सबसे पुराना मनोरंजन स्थल है। इसीलिए बच्चे ही नहीं, बड़ों का भी घंटों बाहर निकलने का मन नहीं करता। ‘कसीनो कॉस्मोपोल’ में 20 साल की उम्र से ऊपर वाले दांव लगा सकते हैं।

म्यूजियमों का शहर

स्टॉकहोम के चप्पे-चप्पे में इतने म्यूजियम हैं कि इसे म्यूजियमों का शहर भी कहते हैं। किसी और यूरोपीय शहर में इससे ज्यादा म्यूजियम नहीं हैं। ओल्ड टाउन के बीचोंबीच नोबेल म्यूजियम है, तो साउथ में मशहूर म्यूजियक बैंड आबा का ‘आबा म्यूजियम’। नोबेल म्यूजियम में साल 1901 से आज तक के आवार्ड विजेताओं का साज-सामान और उपलब्धियों से रू-ब-रू होने का अनमोल मौका मिलता है। म्यूजियम के भीतर बिस्ट्रो नोबेल नाम के कैफे में बैठकर नोबेल आइसक्रीम खाना अनुभव है।
उधर हिस्ट्री म्यूजियम, सिटी हॉल, एक्वारिया वॉटर म्यूजियम, डांस म्यूजियम, सिल्क मिल्स म्यूजियम, नॉरडिगा म्यूजियम, पुलिस म्यूजियम, म्यूज़ियम ऑफ स्प्रिट्स, फोटोग्राफिका वगैरह एक से एक म्यूजियम सैलानी देखना पसन्द करते हैं। वासा म्यूजियम तो 17वीं सदी के समुद्र में डूबे समुद्री जहाज को बाहर निकाल कर बनाया गया है। एक और है स्केनसेन ओपन म्यूजियम, जहां जानवरों से मुलाकात का मौका मिलता है। ज्यादातर म्यूजियमों में प्रवेश कर शुल्क नहीं है, बिल्कुल मुफ्त हैं।

टॉयलेट अलग-अलग नहीं

स्टॉकहोम के ज़्यादातर टॉयलेट यानी शौचालय पुरुषों और औरतों के लिए अलग-अलग नहीं हैं। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन से लेकर सिनेमा हॉल और म्यूजियमों तक एक ही टॉयलेट में पुरुष और औरतें आती-जाती हैं। ऐसा दुनिया के किसी शहर में शायद ही होता हो। लोगों को कुत्ते पालने का बहुत शौक है। सड़कों पर कुत्तों के साथ घूमते लोग आम दिखते हैं। कुत्तों के लिए एक रेस्टोरेंट है, जहां कुत्ते बाकायदा डाइनिंग टेबल पर बैठ कर अपनी पसन्दीदा पकवान खाते हैं। रोजमर्रा के खाने-पीने और जरूरी सामान के लिए ‘सेवन इलेवन’ के स्टोर्स 24 घंटे खुलते हैं। ‘प्रेसबायरैन’ भी डेली नीड स्टोर के तौर पर यहां-वहां खुले हैं।
लोग मशरूम खाने के शौकीन हैं। सुबह नाश्ते में मांसाहार के अलावा पेन फ्राई मशरूम खाने का चलन है। नई पीढ़ी के रौनक़ी बैठकों के ठिकाने का नाम भी ‘मशरूम’ ही है। ‘गांधी’, ‘इंडियन खुशबू’ वगैरह नाम के भारतीय रेस्टोरेंट भी खूब चलते हैं। पिज्जा और बर्गर खूब पसन्द किए जाते हैं। ‘मेकडॉनल्ड’ और ‘बर्गर किंग’ के साथ-साथ ‘मेक्स’ नाम के ऑउटलेट भी यहां-वहां हैं, जहां बर्गर खाने वालों की चहल-पहल रहती हैं। दारू पीने वालों का जामवड़ा ‘आइस बार’ में लगता है। नाश्ते के लिए ‘वेटे काटेन’ खास कैफे है और ‘निब्बल्स’ बेस्ट बेकरी शॉप।

साढ़े 7 घंटे दूर, साढ़े 3 घंटे पीछे

* स्वीडन की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है स्टॉकहोम। स्वीडन यूरोप का 5वां बड़ा देश है।
* स्वीडन की आबादी 95 लाख से ऊपर है और स्टॉकहोम की करीब 9 लाख।
* पुराना शहर है, साल 1252 में बसना शुरू हुआ था।
* उड़ान से दिल्ली से स्टॉकहोम पहुंचने में करीब साढ़े 7 घंटे लगते हैं। और समय के लिहाज से, स्टॉकहोम अपनी दिल्ली से करीब साढ़े 3 घंटे पीछे है।
* करेंसी क्रूना है। स्वीडिश भाषा में क्रूना कहते हैं तो अंग्रेजी में ‘क्राउन’। एक क्रूना या क्राउन करीब 8 रुपये का है। यानी 1,000 रुपये के बदले करीब 125 क्रूना या क्राउन मिलते हैं। इस हिसाब से सब कुछ महंगा है। एक आइसक्रीम करीब 50 क्रूना यानी करीब 400 रुपये की मिलती है।

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