बारिश के कारण किसानों को हुए नुकसान की जिम्मेदार प्रदेश सरकार : निर्मल सिंह
अम्बाला शहर, 20 अप्रैल (हप्र)
आज हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने अम्बाला शहर की अनाज मंडी का दौरा कर किसानों, आढ़तियों व मजदूरों से मुलाकात कर गेंहू खरीद में आ रही समस्याओं को जाना। निर्मल सिंह ने किसानों को आ रही समस्याओं को लेकर मौके पर ही अधिकारियों से बात की और नमी और लिफ्टिंग की समस्या से अवगत भी कराया, साथ ही अधिकारियों को जल्द समाधान निकालने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के शासनकाल में किसानों, आढ़तियों व मजदूरों को हमेशा ही परेशान किया गया है। निर्मल सिंह ने कहा कि बारिश के चलते किसानों को हुए नुकसान के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है क्योंकि बार-बार चेतावनी के बावजूद उसने वक्त रहते मंडियों में उठान की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की। शुक्रवार को हुई बारिश के चलते मंडियों में किसानों की फसल भीगने पर किसानों को इस सरकारी अनदेखी का खमियाजा भुगतना पड़ रहा है। किसानों ने निर्मल सिंह को बताया कि मंडियां अनाज से अटी पड़ी हैं क्योंकि अब तक नियमित खरीद व लिफ्टिंग की कोई व्यवस्था नहीं हुई। एक बार फिर 72 घंटे के भीतर भुगतान का सरकारी दावा हवा हवाई साबित हुआ है। किसानों को फसल मंडियों के बाहर सड़कों पर रखनी पड़ रही है।
वहीं मुख्य सचिव ने अगले दो दिनों में मंडी में गेहूं की आवक का 50 प्रतिशत उठान करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जो भी एजेंसियां गेहूं खरीद का कार्य कर रही है वह अपने गोदामों में गेहूं का उठान करवाना सुनिश्चित करें, अगले 24 घंटे गोदाम खुले रहेंगे।
जीरकपुर (हप्र): बेमौसमी बारिश व ओलावृष्टि के कारण डेराबस्सी इलाके में सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है। शनिवार को पटियाला लोकसभा हलके से शिरोमणि अकाली दल प्रत्याशी एनके शर्मा ने पंजग्रामी के अंतर्गत आने वाले परागपुर, अमलाला, चडियाला, ब्रह्मपुरा, बहोड़ा, कारकौर बरौली आदि का दौरा करके किसानों से उनका दुख साझा किया। किसानों ने एनके शर्मा को बताया कि बीती रात हुई बारिश व ओलावृष्टि में उनकी घीया, रामतौरी, खीरा, प्याज, टमाटर व सूरजमुखी की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। सब्जियों में ओलावृष्टि के कारण दरारें पड़ गई हैं। पॉली हाउस पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं। एनके शर्मा ने कहा कि किसान बैंकों व आढ़तियों के कर्ज तले दबे हुए हैं। प्रदेश सरकार किसानों को पचास हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा प्रदान करे। शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने वर्ष 2022 में जो वादा किया था किपंजाब में प्राकृतिक आपदा का शिकार किसानों को 50 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा प्रदान किया जाएगा वह वादा पूरा करें।