एसएसबी अस्पताल ने अत्याधुनिक हाइब्रिड प्रक्रिया से बचायी व्यक्ति की जान
फरीदाबाद, 31 जनवरी (हप्र)
एसएसबी हार्ट एंड मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल ने चिकित्सा जगत में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। गाजियाबाद के एक मरीज की जान बचाने के लिए एसएसबी अस्पताल ने पहली बार हाइब्रिड प्रक्रिया का इस्तेमाल किया। महाधमनी विच्छेदन के टाइप ए के इलाज में पारंपरिक सर्जरी और एंडोवास्कुलर स्टेंटिंग को मिलाकर की गई यह प्रक्रिया बेहद जटिल और चुनौती पूर्ण मानी जाती है।
मरीज दिल्ली के एक बड़े अस्पताल में दाखिल था जहां संतुष्टि न होने के कारण जब वह एसएसबी अस्पताल पहुंचे तो उन्हें सीने में दर्द, खतरनाक रूप से बढ़ा हुआ ब्लड प्रेशर और अचानक किडनी फेलियर की समस्या थी। जांच में पता चला कि उन्हें टाइप ए महाधमनी विच्छेदन हुआ था, जो जानलेवा स्थिति है। इस स्थिति का इलाज बेहद जटिल है क्योंकि न तो पूरी महाधमनी की सर्जरी संभव है, न ही पूरे महाधमनी में एंडोवास्कुलर स्टेंट ग्राफ्ट किया जा सकता है, क्योंकि इससे मस्तिष्क और दोनों हाथों की धमनियों में रक्त का प्रवाह रुक सकता है। इस जटिल परिस्थिति को देखते हुए अस्पताल के दो सीनियर डॉक्टरों हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सुदीप सिंह सिद्धू (मुख्य हृदय शल्यचिकित्सक)और डॉ. एस.एस.बंसल (एसएसबी अस्पताल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक) ने मिलकर एक अनूठा समाधान निकाला - हाइब्रिड प्रक्रिया। यह बेहद जटिल प्रक्रिया सफलतापूर्वक संपन्न हुई। मरीज ने प्रक्रियाओं के बाद उल्लेखनीय सुधार दिखाया।