For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

Srisailam Tunnel Rescue : सुरंग में फंसे श्रमिकों तक पहुंचने के लिए बचाव कर्मी का नया प्रयोग, टीबीएम से बना रहे रास्ता

01:01 PM Mar 01, 2025 IST
srisailam tunnel rescue   सुरंग में फंसे श्रमिकों तक पहुंचने के लिए बचाव कर्मी का नया प्रयोग  टीबीएम से बना रहे रास्ता
Advertisement

नागरकुरनूल (तेलंगाना), 1 मार्च (भाषा)

Advertisement

Srisailam Tunnel Rescue : तेलंगाना के नागरकुरनूल में बचाव दल एसएलबीसी की आंशिक रूप से ढही सुरंग में फंसे आठ श्रमिकों को निकालने में जुटे हैं और फंसे हुए लोगों तक पहुंचने के लिए सुरंग खोदने में इस्तेमाल होने वाली मशीन (टीबीएम) से रास्ता बना रहे हैं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।

श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग की छत ढहने के बाद इंजीनियरों और मजदूरों के फंसने की इस घटना के एक सप्ताह बाद बचाव कार्य जोरों पर हैं। नागरकुरनूल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) वैभव गायकवाड़ ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), सेना, सरकारी खनन कंपनी ‘सिंगरेनी कोलियरीज', ‘रैट होल' खनिकों और अन्य एजेंसियों के कर्मियों की टीम लगातार काम कर रही हैं।

Advertisement

एसपी ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘बचाव अभियान जारी है... (शनिवार) सुबह एक टीम सुरंग के अंदर गई...पानी निकालने और मलबा हटाने का काम भी साथ-साथ जारी है।'' उन्होंने कहा कि आगे का रास्ता साफ करने के लिए टीबीएम के हिस्सों को भी काटा जा रहा है।

अधिकारी ने कहा, "(फंसे हुए लोगों की तलाश करने के लिए उस स्थान तक पहुंचने में) जो भी बाधाएं आ रही हैं, हमें उन्हें हटाना होगा।" एक अधिकारी के अनुसार, सुरंग में ‘कन्वेयर बेल्ट' के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत शनिवार को होने की उम्मीद है। इस बीच, राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (एनजीआरआई) के वैज्ञानिकों ने ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) का इस्तेमाल किया और सुरंग के अंदर कुछ "विसंगतियों" का पता लगाया।

उन्होंने कहा कि बचाव कर्मियों को इन "विसंगतियों" की पहचान करने के लिए आगे की जांच करने की आवश्यकता है। एसएलबीसी सुरंग परियोजना पर काम कर रहे आठ लोग 22 फरवरी को सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद फंस गए थे। पिछले कुछ दिन से सेना, नौसेना, सिंगरेनी कोलियरीज और अन्य एजेंसियों के 500 से अधिक कुशल कर्मियों की एक टीम बचाव अभियान में शामिल थी।

फंसे हुए लोगों की पहचान मनोज कुमार (उत्तर प्रदेश), श्रीनिवास (उत्तर प्रदेश), सनी सिंह (जम्मू-कश्मीर), गुरप्रीत सिंह (पंजाब) और संदीप साहू, जेगता जेस, संतोष साहू और अनुज साहू के रूप में हुई है, जो सभी झारखंड के हैं। इनमें आठ में से दो इंजीनियर, दो ऑपरेटर और बाकी चार झारखंड के मजदूर हैं।

दो इंजीनियर और चार मजदूर एसएलबीसी सुरंग परियोजना की ठेकेदार कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स के लिए काम कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि राज्य के सिंचाई मंत्री एन. उत्तम कुमार रेड्डी, आबकारी मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव, मुख्य सचिव शांति कुमारी यहां से दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं।

Advertisement
Tags :
Advertisement