भागवत कथा में श्रद्धा और उल्लास से मनाया गया श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
बीबीएन, 1 जुलाई (निस)
बसंती बाग कालोनी के सत्यनारायण मंदिर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में सोमवार की रात भगवान श्रीकृष्ण जन्म का भव्य उत्सव बहुत ही श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। कथा वाचक आचार्य पंडित जगमोहन दत्त शास्त्री ने जन्म प्रसंग का भावपूर्ण वर्णन करते हुए भक्तों को भगवान की बाल लीलाओं से परिचित कराया। कथा के दौरान जैसे ही रात के ठीक बारह बजे श्रीकृष्ण जन्म की घोषणा हुई, पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो, जय कन्हैयालाल की के जयघोष से गूंज उठा । श्रद्धालुओं ने उत्सव मनाने के लिए फूलों की वर्षा की और दीप जलाकर वातावरण को दिव्य बना दिया।
खास बात यह रही कि श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर अधिकतर श्रोतागण पीले वस्त्र धारण किए हुए थे जिससे पंडाल और भी ज्यादा कृष्णमय हो गया। आचार्य पंडित जगमोहन दत्त शास्त्री ने कहा कि श्रीकृष्ण का अवतरण अधर्म के नाश और धर्म की स्थापना के लिए हुआ था। उनका जीवन सत्य, प्रेम और करुणा का प्रतीक है। उन्होंने लोगों से श्रीकृष्ण के आदर्शों को जीवन में अपनाने का आग्रह किया । तथा नित्य गीता का पाठ करने का आह्वान किया। उन्होंने युवाओं के संस्कार वीहिन होने की वजह अंग्रेजों की शिक्षा नीति को ठहराया। कार्यक्रम में सैकड़ों श्रद्वालु शामिल हुए जिसमें महिलाओं ने भजन-कीर्तन पर खूब नृत्य किया। बसंती बाग सेवा समिति के मुख्य संयोजक संजय चौरसिया, प्रधान लाल बाबू यादव, उप प्रधान संजीव तायल, सचिव हंसानंद झा, संयुक्त सचिव कमल देव, कोषाध्यक्ष संजय कौशिक, रंजीत श्रीवास्तव, सुनील राय, राजेश राठौर, प्रदीप द्विवेदी, जय लाल भारद्वाज ने प्रसाद वितरण और सुंदर झांकियों की सुंदर व्यवस्था की। कथा का समापन 3 जुलाई को पूर्णाहुति के साथ सम्पन्न होगा।