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सरकारी स्कूलों में बढ़ेंगी खेल सुविधाएं, होगी मैपिंग

08:11 AM Apr 21, 2024 IST
सरकारी स्कूलों में बढ़ेंगी खेल सुविधाएं  होगी मैपिंग
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ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 20 अप्रैल
हरियाणा सरकार ने अब स्कूली स्तर पर ही खिलाड़ियों को तैयार करने की योजना बनाई है। सरकारी स्कूलों में खिलाड़ियों के लिए सुविधाओं का विस्तार होगा। अधिकांश स्कूलों में खेल मैदान के अलावा उपकरण उपलब्ध हैं। कई स्कूलों में इनकी कमी भी है और लगातार डिमांड भी भेजी जा रही हैं। इसे देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने खेल सुविधाओं और संसाधनों की मैपिंग कराने का निर्णय लिया है।
जोआईएस यानी ज्योग्राफिकल इंफार्मेशन सिस्टम तकनीक के तहत मैपिंग होगी। मैपिंग के माध्यम से सरकारी स्कूलों में खेल सुविधाओं का आकलन करवाया जाएगा। विभाग की ओर से सभी स्कूलों के मुखियाओं से इस बारे में 25 अप्रैल तक ऑनलाइन जानकारी भेजने के निर्देश दिए हैं। स्कूलों में मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर के अलावा अपनी डिमांड भी स्कूल मुखियाओं को जिला शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से निदेशालय में भेजनी होगी।
मैपिंग के जरिये न केवल स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर बल्कि उन स्कूलों की भी जानकारी आएगी, जिनमें खेल मैदान हैं, लेकिन सुविधाएं नहीं हैं। वहीं मैपिंग के जरिये विभाग को हर स्कूल के खर्च किए जाने वाले खेल बजट का भी खाका तैयार करने में भी आसानी होगी। इसका सबसे बड़ा फायदा उन स्कूलों को मिलेगा, जहां पर परंपरागत खेलों की प्रतिभा है, लेकिन सुविधाएं के अभाव में नई पहचान नहीं मिल पा रही है।
सेकेंडरी शिक्षा निदेशक की ओर से राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारी और मौलिक शिक्षा अधिकारियों को स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर की स्कूल स्तर पर जीआईएस मैपिंग कराने के निर्देश दिए हैं। सेकेंडरी शिक्षा निदेशक की ओर से स्पष्ट हिदायत दी गई है कि स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर आॅनलाइन एप्लीकेशन पर 25 अप्रैल तक खेल सुविधाओं का डाटा मुहैया करवाना होगा। साथ यह भी स्पष्ट किया गया है कि 25 अप्रैल तक ऑनलाइन डाटा अपलोड करने वाले स्कूलों की एंट्री ही मान्य होंगी। निर्धारित तिथि के भीतर स्कूलों द्वारा अपलोड किए डाटा को एडिट करने का भी विकल्प दिया है। साथ ही, विभाग की ओर से आॅनलाइन डाटा अपलोड करने में आने वाली परेशानियों व त्रुटियों को सुलझाने के लिए एमआईएस हेल्प डेस्क भी स्थापित की गई है। स्कूल मुखिया व शिक्षक द्वारा मोबाइल को वास्तविक स्कूल परिसर में रखकर मानचित्र एप्लीकेशन से जीआईएस स्थान अपलोड करना होगा। इसके बाद यह डाटा सैटेलाइट मैप के साथ अटैच होगा। यहां बता दें कि ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) में सैटेलाइट के माध्यम से जमीनी आकृतियों, भू-भागों आदि को डिजिटल रूप में परिवर्तित किया जाता है। लिहाजा शिक्षा विभाग स्कूलों में जाए बिना ही मुख्यालय पर ही आसानी से स्कूल परिसर में खेल मैदान, सुविधाओं और संसाधनों को सीधा कंप्यूटर पर देख सकेगा।

अब मिड डे मील में मिलेंगे रागी के आटे से बने गुलगुले

हरियाणा के सरकारी स्कूलों में मिड-डे-मील योजना के तहत परोसे जाने वाले दोपहर के भोजन को और स्वादिष्ट बनाया जाएगा। स्वाद के साथ पौष्टिकता पर ध्यान दिया जाएगा। मौलिक शिक्षा विभाग की ओर से मिड-डे-मील का मेन्यू तैयार किया है। विद्यार्थियों को मिड-डे-मील में हर रोज दाल, चावल व रोटी-सब्जी नहीं बल्कि स्वादिष्ट पकवान परोसे जाएंगे। मिड-डे-मील में विद्यार्थी रागी के आटे के गुलगुलों का स्वाद चखेंगे तो हलवा और चना के साथ मूंगफली युक्त मीठे चावल परोसे जाएंगे। मिड-डे-मील ब्रांच की ओर से सप्ताह अनुसार परोसे जाने वाले व्यंजनों का खाका तैयार किया है। महीने के पहले सप्ताह में सोमवार को वेजिटेबल पुलाव के साथ काला चना, मंगलवार को घीया दाल चना सब्जी के साथ रोटी, बुधवार को राजमा चावल, वीरवार को कढ़ी पकौड़े के साथ चावल, शुक्रवार को हलवा के साथ काले चने, शनिवार को दही के साथ पौष्टिक मिलेट परांठा परोसा जाएगा।

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