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देश का इंडिया नाम हटाने की अटकलें, सियासत गरमायी

06:59 AM Sep 06, 2023 IST
देश का इंडिया नाम हटाने की अटकलें  सियासत गरमायी
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नयी दिल्ली, 5 सितंबर (एजेंसी)
जी20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज निमंत्रण पत्र पर ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखे जाने पर मंगलवार को सियासत गरमा गयी। विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के नेताओं ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। भाजपा ने भी पलटवार किया।
इससे पहले, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की तरफ से प्रेषित निमंत्रण पत्र को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किया, जिसमें मुर्मू को ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ के रूप में संदर्भित किया गया है। इस कदम से इन अटकलों को बल मिला है कि सरकार देश का नाम केवल ‘भारत’ करने और ‘इंडिया’ नाम हटाने की योजना बना रही है। यह निमंत्रण शनिवार रात 8 बजे जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम में रात्रिभोज के लिए है। प्रधान ने निमंत्रण पत्र की एक तस्वीर साझा करते हुए हैशटैग ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ का इस्तेमाल किया और कहा, ‘जन गण मन अधिनायक जय हे, भारत भाग्य विधाता। जय हो।’
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ‘यह प्रधानमंत्री मोदी की बौखलाहट नहीं, बल्कि सनक है। वह ‘इंडिया’ से घबराते हैं यह तो हमें पता था, पर इतनी नफ़रत... कि देश का नाम ही बदलने लग जाएंगे...? यह उनकी दहशत है।’

लोगों के बीच फिर दरार डालने की कोशिश : कांग्रेस

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, ‘भाजपा का विध्वंसक दिमाग सिर्फ यही सोच सकता है कि लोगों को कैसे बांटा जाए। एक बार फिर, वे ‘इंडियंस’ और भारतीयों के बीच दरार पैदा कर रहे हैं। हम सभी एक हैं! जैसा कि अनुच्छेद 1 कहता है - इंडिया, जो भारत है, राज्यों का एक संघ होगा। जो करना है कर लो मोदी जी, जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया!’

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‘भारत’ के प्रति कांग्रेस की घोर नापसंदगी : हिमंत

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश के एक पोस्ट का जवाब देते हुए कहा, ‘ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी की भारत के प्रति घोर नापसंदगी है। ऐसा प्रतीत होता है कि भारत को शिकस्त देने के लिए ‘आई.एन.डी.आई. गठबंधन’ (इंडिया) नाम इरादतन चुना गया।’

यह अधिकार किसी को नहीं : शरद पवार

राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा, ‘मुझे समझ नहीं आता कि सत्तारूढ़ दल देश से संबंधित नाम को लेकर क्यों परेशान है। देश का नाम बदलने का अधिकार किसी को नहीं है। कोई भी नाम को नहीं बदल सकता।’

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अचानक क्या जरूरत पड़ गयी : ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘हम देश को भारत और अंग्रेजी में इंडिया कहते हैं... इसमें नया क्या है? दुनिया हमें इंडिया के नाम से जानती है। अचानक क्या हो गया कि देश का नाम बदलने की जरूरत पड़ गयी? देश में इतिहास को फिर से लिखा जा रहा है।’

घबराई हुई है भाजपा : केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, भाजपा घबराई हुई है। अगर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ अपना नाम ‘भारत’ रख ले तो क्या भाजपा देश का नाम भारत से बदलकर कुछ और रख देगी। यह देशद्रोह है।

देश को ‘जागीर’ समझ रहे : महबूबा

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘भारत की विविधता में एकता के मूलभूत सिद्धांत के प्रति भाजपा की नापसंदगी एक नये निचले स्तर पर पहुंच गई है। हिंदुस्तान और इंडिया से लेकर भारत के कई नामों का महत्व घटाकर अब केवल भारत करना उसकी संकीर्णता और असहिष्णुता को दर्शाता है। भारत की आजादी के बाद के इतिहास में पहली बार, प्रचंड बहुमत वाली कोई पार्टी पूरे देश को अपनी जागीर समझ रही है।’

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