सब्जी खरीद में भी जरूरी खास सावधानी
अनु आर.
बारिश के मौसम में सब्जियों के दाम अकसर आसमान छूने लगते हैं। आलू, प्याज, टमाटर हों या हरी सब्जियां, आम आदमी के लिए इनको खरीदकर बनाना, खाना मुश्किल हो जाता है। वहीं इस उमसभरी गर्मी के कारण यदि सब्जियां खरीदने में जरा सी भी लापरवाही हो जाए तो वे खराब हो जाती हैं। उन्हें फेंकना पड़ता है। सब्जी खरीदते समय अगर सावधानी न बरती जाए तो इन्हें न बनाने में मजा आयेगा और न ही खाने में। पैसे बर्बाद होंगे सो अलग। सब्जी खरीदते समय कुछ बातों पर गौर फरमाना कभी न भूलें।
सब्जी स्वयं चुनकर लें
कई महिलाएं जब सब्जी खरीदने जाती हैं तो वह स्कूटी या कार से नीचे नहीं उतरतीं और सब्जी वाले को ही सब्जी छांटने के लिए कहती हैं। वहीं कई बार वे सब्जियों को कुछ इस तरह से रखते हैं कि खरीदार छांट ही न सके। ऐसे में सब्जी विक्रेता खराब व गली हुई सब्जियां खुद ही छांटकर दे देते हैं। इसलिए सब्जी स्वयं चुनकर खरीदें।
एक जगह से न खरीदें
सब्जी खरीदते समय एक ही दुकान से सारी सब्जी नहीं खरीदनी चाहिए। पहले एक बार बाजार में घूमकर सब्जियों का जायजा ले लें कि किसके पास कौन सी सब्जी ताजा और सस्ती है। जहां सब्जी अच्छी व ताजी हो, वहीं से खरीदें।
मोल-भाव करने से बचें
सब्जी वाले ग्राहक की मानसिकता को अच्छी तरह जानते हैं, वह सब्जियों के दाम पहले बढ़ा-चढ़ाकर बोलते हैं, इसमें अकसर सब्जी वाले को ही फायदा होता है। ऐसी जगह से सब्जी खरीदें जहां मोल-भाव न होता हो, क्योंकि वहां ठगे जाने की भी आशंका कम होती है। वहीं सस्ते के चक्कर में बासी और पुरानी सब्जी न खरीदें, यह ज्यादा महंगी पड़ती है।
तोल पर रखें नजर
सब्जी खरीदते समय तोल पर नजर रखें, क्योंकि कुछ सब्जी वाले कम तोलते हैं। इलेक्ट्रॉनिक कांटे वाले से सब्जी लें या जहां बाट का इस्तेमाल हो, उस तराजू पर सब्जी तुलवाएं। बाट की जगह पत्थर के टुकड़े से तोलने वाले सब्जी वालों से परहेज रखें, उनके तराजू को अच्छी तरह चेक कर लें, दोनों पलड़े एक समान होने चाहिए।
ताजी दिखती हैं पर जरूरी नहीं हों भी
धनिया, पुदीना, पालक, मेथी, हरे साग, इन सब हरी सब्जियों पर कई दुकानदार बार-बार पानी का छिड़काव करते रहते हैं और उनका तर्क होता है कि ज्यादा गर्मी के कारण सब्जियां मुरझा जाती हैं। हकीकत में वह बार बार सब्जियों पर पानी छिड़कते रहते हैं ताकि सब्जियों का वजन बढ़ता रहे। इसलिए पानी से भरी ताजा दिखने वाली सब्जियां घर लाने के थोड़े समय बाद ही पानी की अधिकता के कारण सड़ जाती हैं। इसलिए जो दुकानदार पानी का इस्तेमाल करता हो, उनसे सब्जी खरीदने से बचें।
खास सावधानी से खरीदें ये सब्जियां
पत्ता गोभी - पत्ता गोभी खरीदते समय वजनदार पत्ता गोभी लें, पोली गोभी आकार में बड़ी होती है, गोभी में छेद नहीं होना चाहिए।
ब्रोकली - ब्रोकली का रंग हरा होना चाहिए और उसका फूल गंठा हुआ होना चाहिए। पीली ब्रोकली न खरीदें।
फूलगोभी - फूलगोभी का फूल बिखरा हुआ नहीं होना चाहिए। उसके फूल को भीतर से अच्छी तरह देख लें कि उनमें कीड़े न हों। अगर फूलगोभी को गंदे पानी से धोया जाए तो उसमें से बदबू आने लगती है।
लौकी - लौकी ज्यादा पतली या ज्यादा मोटी न लें, मध्यम आकार की सीधी व हल्की लौकी लें। ज्यादा पकी लौकी के बीज कड़े होते हैं, वह पकाने पर भी गलती नहीं है। जिस लौकी पर हल्के रोएं होते हैं, वह ताजी और नरम होती है।
तोरई - पतली, लंबी और रोएंदार तोरई खरीदें।
कुंदरू और परवल - ये पीले नहीं होने चाहिए। पीले कुंदरू या परवल पके होते हैं, जो खाने में बेस्वाद होते हैं।
टिंडे - मध्यम या छोटे आकार के टिंडे खरीदें, यदि काटकर बनाना हो तो बड़े टिंडे खरीद सकते हैं। यह ऊपर से हरे और रोएंदार और चिकने होने चाहिए। अधिक पके टिंडों में बीज होता है, जो खाने में स्वाद नहीं होते।
बैंगन - भरते के लिए बैगन खरीदते समय हल्के बैंगन लें। ज्यादा भारी बैंगन के अंदर बीज होता है। भरवा बैंगन के लिए लंबे और मुलायम बैंगन लेने चाहिए। यदि काटकर बनाना हो तो लंबे बैंगन खरीदें। बैंगन चिकने और चमकदार हों। उनमें छेद नहीं होने चाहिए। बैंगन के ऊपर की डंठल हरे होने का मतलब है ताजा बैंगन।
भिंडी - भिंडी हमेशा सूखी खरीदें। ज्यादा पकी भिंडी में बीज होते हैं, जो खाने में अच्छे नहीं लगते। नरम, मुलायम और हरे रंग की भिंडी खरीदें।
- इ.रि.सें.