Special Achievers Trust : फरीदाबाद में दिव्यांगों को बांटी व्हीलचेयर
फरीदाबाद, 10 दिसंबर (हप्र): स्पेशल अचीवर्स चैरिटेबल ट्रस्ट ( Special Achievers Charitable Trust) द्वारा दिव्यांग लोगों के लिए पाली गांव स्थित कंपीटेंट इंडस्ट्रीज में नि:शुल्क शिविर लगाया गया। इस शिविर में दिव्यांगों को व्हीलचेयर बांटी गई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत संघचालक प्रताप रहे। इससे पहले सभी ने मिलकर पौधारोपण किया। आखिर में शिविर में 52 लोगों को ट्राई साइकिल एवं 26 लोगों को कान की मशीन दी गई।
Special Achievers Charitable Trust के पदाधिकारी रहे मौजूद
इस मौके पर ( During) ट्रस्ट की चेयरपर्सन माधवी हंस, नेहा शालिनी दुआ, ट्रस्टी पंकज हंस, टेकचंद नन्द्राजोग (टोनी पहलवान), रोटरी क्लब फरीदाबाद के अध्यक्ष वीरेन्द्र मेहता, आशीष कालरा मौजूद थे। उनके अलावा चुन्नीलाल चोपड़ा, दिनेश छाबड़ा, हरेन्द्र भड़ाना जिला पार्षद, ब्लॉक चेयरमैन राजबीर भड़ाना, सरपंच गौरव भड़ाना, प्रमोद भड़ाना, केसर सिंह मावी भी मौजूद रहे जबकि मंच संचालन ब्रजमोहन भारद्वाज ने किया।
दिव्यांग लोग समाज का अहम हिस्सा : प्रताप
कार्यक्रम के शुभारंभ के बाद मुख्य अतिथि प्रताप ने स्पेशल अचीवर्स चैरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा दिव्यांग लोगों की सहायता और उनको प्रेरित करने के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि दिव्यांग लोग समाज का अहम हिस्सा है और स्पेशल अचीवर्स चैरिटेबल ट्रस्ट इनको हौसला देने का काम कर रही है।
दिव्यांगजनों के लिए व्हीलचेयर उपलब्ध कराना, उनके लिए खेल आयोजित करने सहित तमाम प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। मकसद है दिव्यांगजन बुलंदियों की ऊंचाईयों को छू सकें और समाज की मुख्यधारा से जुड़कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर पाएं।
Special Achievers Charitable Trust की चेयरपर्सन माधवी हंस ने की हौसला अफज़ाई
इस दौरान (after that) संस्था की चेयरपर्सन माधवी हंस ने आए हुए लोगों की हौसला अफजाई की और कहा कि आज दिव्यांग किसी भी तरह से कमजोर नहीं है। पैरालंपिक से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल सहित समाज की सेवा करने में अपना सहयोग अदा कर रहे हैं।
'दिव्यांग समाज का हिस्सा'
इसके अलावा (at last) संस्था के ट्रस्टी पंकज हंस एवं टोनी पहलवान ने कहा कि दिव्यांगजन समाज का अभिन्न अंग है, हमें इनकी हर संभव मदद करनी चाहिए, ताकि इनके चेहरों पर मुस्कान लाई जा सके। उन्होंने आए हुए अतिथियों, पार्षदगण एवं सरपंचों का शॉल पहनाकर स्वागत किया।