‘महान संत - महान योद्धा - गुरु गोबिंद सिंह’ कार्यक्रम में वक्ताओं ने दी शानदार प्रस्तुति
रेवाड़ी, 5 जनवरी (हप्र)
हमारा परिवार संस्था के तत्वावधान में दशमेश पिता की जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम ‘महान संत - महान योद्धा - गुरु गोबिंद सिंह’ का आयोजन रविवार को पंजाबी धर्मशाला पर किया गया। मुख्यातिथि बीएमजी ग्रुप के निर्देशक रवि गुप्ता, समाजसेवी आदर्श राजपाल व संस्था के संयोजक दिनेश कपूर ने कहा कि कश्मीरी पंडितों पर औरंगजेब के अत्याचार बढ़ने लगे। उन्हें निरंतर धर्म बदलने के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा। वह एकत्रित होकर गुरु तेग बहादुर जी की शरण में आए। गुरु तेग बहादुर जी ने उनकी बात सुनकर कहा कि धर्म किसी महान व्यक्ति का बलिदान मांग रहा है। गोविंद राय उस समय 9 वर्ष के थे। वह उनके पास ही बैठे थे। उन्होंने कहा पिताजी आपसे बढ़कर दूसरा महान व्यक्ति कौन हो सकता है। गुरु तेग बहादुर ने गोबिंद राय को अपना उत्तराधिकारी बनाया और अपने साथियों के साथ औरंगजेब से मिलने दिल्ली चले आए। औरंगजेब ने यातनाएं देकर उनका वध कर दिया। उन्होंने धर्म की रक्षा के लिए अपना बलिदान दे दिया।
कार्यक्रम में श्री गुरु नानक सिंह सभा गुरुद्वारा बारा हजारी के प्रधान सरदार प्रितपाल सिंह विग, पंजाबी मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रधान सरदार बलबीर सिंह व गुरु तेग बहादुर शहीदी जत्थे के संयोजक सरदार कश्मीर सिंह ने कहा कि उनके चारों साहिबजादे हंसते-हंसते धर्म के लिए कुर्बान हो गए। दशमेश पिता ने कहा चार मुयें तो क्या हुआ जीवित कई हजार। महिला प्रधान निशा सीकरी, डॉक्टर नीरू वर्मा व शिक्षाविद प्रीति कपूर ने कहा कि दशमेश पिता के बलिदान की गौरव गाथा अपने परिवार में बच्चों के बीच कहनी सुननी चाहिए। इससे बच्चों में वीरता के संस्कार बनेंगे।
सहसंयोजक प्रवीण ठाकुर ने सभी को ‘दे शिवा वर मोहे ऐहे शुभ कर्मन ते कबहूं न डरूं’ गीत पर एरोबिक्स का आनंद दिलाया। प्रमुख शिक्षाविद प्रोफेसर सी. एल. सोनी, डॉक्टर बलबीर अग्रवाल, आई लव रेवाड़ी के त्रिभुवन भटनागर, डॉ आर के जांगड़ा व खुशियों के ब्रांड एंबेसडर प्रदीप शर्मा को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। आए हुए अतिथियों को दशमेश पिता, गुरु नानक देव व स्वर्ण मंदिर के चित्र भेंट किये गए। कार्यक्रम में समाजसेवी राजेंद्र गेरा, प्रवक्ता देवेंद्र कुमार, कपिल कपूर, पूर्वांशी, ओजस्वी, सोनिया कपूर, सुदर्शन मेहंदीरत्ता व साथियों ने सहयोग किया।