एसपी अम्बाला आफिस का घेराव 16 से18 तक
जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 6 जुलाई
आंदोलन को लेकर जेल में बंद नवदीप सिंह जलबेड़ा की रिहाई को लेकर किसान 16 से 18 जुलाई तक अम्बाला के एसपी ऑफिस का घेराव कर प्रदर्शन करेंगे। क्षेत्र के प्रत्येक गांच से 4-5 ट्रालियों में किसान भरकर आंदोलन में शामिल होंगे। इसमें महिलाएं भी रहेंगी और पंजाब से भी खुले रास्तों के माध्यम से किसान इस घेराव में शामिल होंगे। सरकार आज ही जेसीबी लाकर बैरिकेड हटाये, रास्ते खुल जाएंगे। यह निर्णय आज गांव बलाना के गुरुद्वारा में भाकियू शहीद भगत सिंह द्वारा बुलाई गई बैठक में लिया गया। इस दौरान किसानों ने शंभू बॉर्डर पर चल रहे धरने को तेज करने के लिए भी रणनीति बनाई। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरजीत सिंह मोहड़ी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रमुख रूप से किसान नेता सरवन सिंह पंधेर, बलवंत सिंह, जसविंदर सिंह लोंगोवाल, बहराम के, जयसिंह जलबेड़ा, सुखविंदर जलबेड़ा, तेजवीर सिंह पंजोखरा, कुलदीप सिंह मोहड़ी, गुरमीत सिंह माजरी, बलविंदर सिंह चूड़ीयाला, मनजीत सिंह मछौंडा, कुलदीप सिंह पंचकूला, सुखचैन सिंह बड़ोग शामिल रहे। किसान नेता सरवन सिंह पधेर ने मीटिंग में कहा है एसपी दफ्तर के घेराव के लिए पंजाब से भी बड़ी मात्रा में किसान मजदूर को लेकर यहां आएंगे। यदि सरकार अब भी बातचीत से इस समस्या का हल नहीं निकालती तो हरियाणा के विधानसभा चुनाव में भी नायब सैनी सरकार की विदाई तय है। उन्होंने कहा कि आज ही जेसीबी लेकर हरियाणा सरकार बैरिकेड हटा दे किसान कोई व्यवधान नहीं डालेंगे।
जानबूझकर बंद किया शंभू बॉर्डर : आप
आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष करणवीर लौट ने बदलाव जनसंवाद के तहत गांव मुजफ्फरा में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा में सत्ता बदलाव का समय नजदीक आ रहा है और इस बदलाव की शुरुआत अम्बाला जिले से होगी। उनके साथ सुखविंदर हैप्पी, बलबीर सिंह, तेजिंदर सिंह, रविंद्र सिंह, जस्सी धालीवाल और गुरचरण सिंह मौजूद रहे। इस दौरान करणवीर लौट ने कहा कि जब जब हरियाणा में सत्ता ने दमन किया उसका परिवर्तन अम्बाला से प्रारंभ हुआ है। इस बार भी जब सरकारी दमन हर सीमा लांघ चुका है तो लोग परिवर्तन करने को आतुर हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के तानाशाही के कारण आज शंभू बॉर्डर सील होने से शहर के कारोबारी का कारोबार बंद पड़ गया है। लौट कहा कि सरकार को व्यापारियों किसानों और आम जनता की मांगों का तुरंत समाधान करना चाहिए। किसान एमएसपी और अन्य मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जा रहे थे लेकिन हरियाणा सरकार ने केंद्र सरकार के इशारे पर एक साजिश के तहत शंभू बॉर्डर पर बैरिकेड और कीलें लगाकर बंद कर दिया जिसके कारण पिछले 5 महीना से किसान सर्दी और गर्मी में कष्ट सह रहे हैं।