गठबंधन में खटास, निर्दलीयों से आस
मुख्य अंश
- निर्दलीयों को साथ लेकर चलने की योजना, गोपाल कांडा ने भाजपा प्रभारी से की मुलाकात
- नयनपाल रावत कल दिल्ली में मिलेंगे, रणजीत की भी होगी बैठक
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 9 जून
हरियाणा में पिछले करीब साढ़े तीन साल से जजपा के सहयोग से सत्तासीन भाजपा अब अपने लिए नयी संभावनाएं तलाश रही है। दोनों दलों के रिश्तों में ‘खटास’ महसूस होने लगी है। दोनों ही पार्टियों के दिग्गज नेताओं की ओर से शुरू हुई बयानबाजी ने हरियाणा की राजनीति को गरमा दिया है। जिस तरह के राजनीतिक घटनाक्रम हो रहे हैं, उनसे संकेत भी मिल रहे हैं कि आने वाले कुछ दिनों में हरियाणा की राजनीति में बड़ा ‘धमाका’ हो सकता है। बेशक, निर्दलीय विधायकों का समर्थन पहले दिन से भाजपा के साथ है, लेकिन अब जिस तरह से निर्दलीयों के साथ भाजपा ने ‘प्रेम’ बढ़ाना शुरू किया है, उससे नये राजनीतिक समीकरणों के संकेत साफ दिख रहे हैं। अगर यह कहा जाए कि भाजपा अब अपनी आगे की राह निर्दलीयों के सहारे पूरी करने की योजना बना रही है तो इसमें अतिश्ायोक्ति नहीं होगी। दूसरी ओर, गठबंधन सहयोगी जजपा भी इस मुद्दे पर ‘मौन’ रहने की बजाय मुखर होकर पलटवार कर रही है।
बृहस्पतिवार को भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी बिप्लब कुमार देव ने 4 निर्दलीय विधायकों सोमबीर सांगवान, राकेश दौलताबाद, धर्मपाल गोंदर और रणधीर सिंह गोलन से नयी दिल्ली में मुलाकात की थी।
शुक्रवार को सुबह सिरसा से हलोपा विधायक व पूर्व गृह राज्यमंत्री गोपाल कांडा ने भी प्रभारी के साथ मुलाकात कर लंबी गुफ्तगू की। निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत को भी शुक्रवार की रात देव से मुलाकात करनी थी, लेकिन बिप्लब कुमार देव अचानक चंडीगढ़ पहुंच गए। चंडीगढ़ एयरपोर्ट से वे सीधे यहां मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे। सीएम के साथ उनकी लंबा मंत्रणा हुई। सीएम और प्रदेश प्रभारी के बीच हुई इस बातचीत को सीधे तौर पर गठबंधन को लेकर चल रही उठापठक से ही जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश प्रभारी से रानियां से निर्दलीय विधायक तथा बिजली एवं जेल मंत्री चौ़ रणजीत सिंह को भी बातचीत के लिए बुलाया है। रणजीत सिंह की भी उनके एक-दो दिन में मुलाकात होने के आसार हैं। महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू के साथ अब तक बात नहीं होने की सूचना है। भाजपा से जुड़े अंदरुनी सूत्रों का कहना है कि निर्दलीयों के सहारे सरकार चलाने की स्थिति अगर बनती है तो उस सूरत में भाजपा कुंडू को भी साथ लेकर चलने की कोशिश करेगी। बेशक, बहुमत का आंकड़ा भाजपा ने 6 निर्दलीयों व गोपाल कांडा के सहारे पहले ही जुटाया हुआ है। फिर भी पार्टी की यह कोशिश रहेगी कि सभी 7 निर्दलीय सरकार के साथ नजर आएं।
दुष्यंत ने किया पलटवार
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने गठबंधन को लेकर चल रही बयानबाजी पर एक बार फिर पलटवार किया है। भाजपा प्रभारी बिप्लब कुमार देव ने बयान दिया था कि जजपा ने समर्थन देकर कोई अहसान नहीं किया है। बदले में हमने सरकार में साझेदार बनाया है और जजपा के मंत्री बनाए हैं। इसके जवाब में दुष्यंत ने कहा कि किसी का किसी पर कोई अहसान नहीं है। दोनों दलों में सरकार बनाने को लेकर अमित शाह के घर पर बातचीत हुई थी। निर्दलीय विधायकों के साथ भाजपा प्रभारी द्वारा की जा रही बैठकों पर दुष्यंत ने कोई टिप्पणी नहीं की।
एक-दूसरे पर टिप्पणी बड़ी बात नहीं : गजेंद्र शेखावत
भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी बिप्लब कुमार देव और केंद्रीय मंत्री संजीय बाल्याण के बयानों से उलट केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गठबंधन को लेकर नया बयान दे दिया है। सिरसा में मीडिया ने जब भाजपा-जजपा गठबंधन के बीच प्रेम कम होने को लेकर उनसे सवाल किया तो शेखावत ने कहा, ‘गठबंधन को लेकर न तो प्रेम कम हुआ और न ही स्थिति असहज है। जिस जगह में स्वस्थ एवं पारिवारिक परंपरा हो, वहां एक-दूसरे के बारे में टिप्पणी करना कोई बड़ा विषय नहीं है। भाजपा बड़े दिल के साथ 55 साल तक अकाली दल के साथ गठबंधन का धर्म निभा सकती है तो ये विषय चर्चा के लिए हो ही नहीं सकता।’
बबली द्वारा मोदी की तारीफ के मायने !
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : भाजपा-जजपा गठबंधन में चल रही बयानबाजी के बीच जजपा कोटे से विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने खुलकर मोदी सरकार की तारीफ की है। केंद्र सरकार द्वारा धान सहित खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में की गई बढ़ोतरी को उन्होंने ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा कि यह अब तक की सबसे अधिक बढ़ोतरी करने वाला फैसला है। बबली ने कहा कि फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी से किसानों के आर्थिक स्थिति में मजबूती आएगी और वे और आत्मनिर्भर और समृद्ध बनेगें। उन्होंने कहा कि धान (सामान्य) के न्यूनतम समर्थन मूल्य 2040 रुपये प्रति क्विंटल में 143 रुपये की बढ़ोतरी कर 2183 रुपये प्रति क्विंटल किया है। इसके अलावा, मूंग, मूंगफली, सूरजमुखी, सोयाबीन, कपास, बाजरा, रागी, मक्का, अरहर, तिल, ज्वार का एमएसपी बढ़ाया गया है।