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केंद्र में सोनीपत को अब तक नहीं मिली ‘चौधर’

06:58 AM May 03, 2024 IST
केंद्र में सोनीपत को अब तक नहीं मिली ‘चौधर’
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जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 2 मई
जींद और सोनीपत दो जिलों में फैला सोनीपत संसदीय क्षेत्र प्रदेश का एकमात्र ऐसा लोकसभा क्षेत्र है, जिसका कोई सांसद अभी तक केंद्र में मंत्री नहीं बना। सोनीपत के अलावा प्रदेश के बाकी सभी लोकसभा क्षेत्रों से कोई न कोई सांसद कभी न कभी केंद्र में मंत्री जरूर रहा। सोनीपत संसदीय क्षेत्र 1977 में अस्तित्व में आया था। इसके पहले सांसद जनसंघ के चौ़ मुख्तयार सिंह मलिक बने। उस समय केंद्र में मोरारजी देसाई के नेतृत्व में जनता पार्टी की सरकार बनी थी, मगर सोनीपत के सांसद मुख्तयार सिंह मलिक केंद्र में मंत्री नहीं बन पाए।
1980 में सोनीपत से चौ़ देवीलाल सांसद बने, लेकिन केंद्र में सरकार इंदिरा गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की बनी। इस कारण देवीलाल केंद्र में मंत्री नहीं बन पाए। 1984 में सोनीपत से धर्मपाल सिंह मलिक कांग्रेस टिकट पर सांसद बने, लेकिन उन्हें केंद्र में मंत्री पद नहीं मिला। 1989 में सोनीपत से जनता दल की टिकट पर कपिल देव शास्त्री सांसद चुने गए, लेकिन उन्हें वीपी सिंह और चंद्रशेखर किसी की भी सरकार में मंत्री पद नहीं मिला।
1991 में दूसरी बार धर्मपाल सिंह मलिक कांग्रेस टिकट पर सांसद बने, लेकिन उन्हें केवल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद से संतोष करना पड़ा। उनकी केंद्र में मंत्री के पद पर ताजपोशी नहीं हो पाई। 1996 में सोनीपत से निर्दलीय अरविंद शर्मा सांसद चुने गए। वे केंद्र में मंत्री नहीं बन पाए। 1998, 1999 और 2004 में सोनीपत से लगातार तीन बार किशन सिंह सांगवान सांसद बने, लेकिन केंद्र में मंत्री पद उन्हें भी नहीं मिला।
2009 में सोनीपत से कांग्रेस के जितेंद्र मलिक लोकसभा में पहुंचे। केंद्र में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में लगातार दूसरी बार कांग्रेस की सरकार बनी, लेकिन जितेंद्र मलिक मंत्री नहीं बन पाए। 2014 और 2019 में सोनीपत से भाजपा टिकट पर रमेश कौशिक सांसद बने। केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दोनों बार भाजपा की सरकार बनी, लेकिन सोनीपत के सांसद रमेश कौशिक की मंत्री पद पर ताजपोशी नहीं हो पाई।

9 संसदीय क्षेत्रों को मंत्रिमंडल में मिलती रही हिस्सेदारी

सोनीपत को छोड़कर बाकी संसदीय क्षेत्रों की बात करें तो यहां से सांसद बनने वालों का केंद्र में दखल बना रहा। अम्बाला से रतनलाल कटारिया मोदी सरकार में मंत्री बने। सिरसा से कांग्रेस सरकार में पहले चौ़ दलबीर सिंह और बाद में उनकी बेटी कुमारी सैलजा केंद्र में मंत्री बनीं। कुरुक्षेत्र से सांसद बने गुलजारी लाल नंदा देश के प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचे। रोहतक से सांसद बने प्रोफेसर शेर सिंह केंद्र में मंत्री बने। भिवानी से सांसद बने पूर्व सीएम चौ़ बंसीलाल इंदिरा गांधी और राजीव गांधी सरकार में मंत्री बने। फरीदाबाद से सांसद बने कृष्णपाल गुर्जर पिछले 10 साल से मोदी सरकार में मंत्री हैं। वहीं गुरुग्राम के मौजूदा सांसद राव इंद्रजीत सिंह भी पिछले 10 साल से मोदी सरकार में और उससे पहले मनमोहन सरकार में केंद्र में मंत्री रहे।

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