सोनीपत : कत्था फैक्टरी में मारे गये 3 श्रमिकों की हुई पहचान
सोनीपत, 21 मई (हप्र)
कुंडली क्षेत्र में प्याऊ मनियारी-नरेला रोड स्थित श्रीगणेश कत्था फैक्टरी में जोरदार धमाके के साथ बाॅयलर फटने के बाद मलबे में दबकर जान गंवाने वाले अन्य तीन श्रमिकों के शवों की पहचान हो गई है। पहचान के बाद पुलिस ने तीनों शवों का दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। मृतकों में दो बिहार तो एक उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी का रहने वाला था। मौके पर जान गंवाने वाले तीन अन्य के शव पहले ही परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। पुलिस अभी तक फैक्टरी मालिकों के बारे में सुराग नहीं लगा सकी है, जिससे श्रमिकों के परिजनों में पुलिस के खिलाफ रोष बढ़ने लगा है।
बता दें कि प्याऊ मनियारी में नरेला रोड पर स्थित श्री गणेश इंटरप्राइजेज में कत्था बनाया जाता था। फैक्टरी में 15 मई रात को 6 श्रमिक कार्यरत थे। रात करीब 12 बजे तेज धमाके के साथ फैक्टरी में बाॅयलर फट गया था, जिससे 4 मंजिल के भवन में चलाई जा रही फैक्टरी का लेंटर गिर गया था। फैक्टरी में मलबे से मूल रूप से बिहार के जिला पश्चिमी चंपारण के बेतिया स्थित गांव अहीरोलिया के गुलाब कुर्मी (45) व बेतिया के गांव भीकमपुर निवासी ब्रजेश (27) का शव बरामद कर लिया गया था।
वहीं बिहार के जिला मोतिहारी के गांव मठलोहिया निवासी सुखदेव (45) का शव डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की टीम ने 20 घंटे बाद बरामद किया था। पुलिस ने मामले में सुखदेव पंडित के बेटे चंदन के बयान पर फैक्टरी मालिक सुरेश बंसल, सुशील बंसल और अक्षत गुप्ता, ठेकेदार संदीप और मैनेजर के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया था।
हादसे में घायल अन्य तीन श्रमिकों की दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में मौत हो गई थी। शुरुआत में उनके पैतृक गांव के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी थी। पुलिस की जांच के बाद शवों की पहचान हो सकी। शव उत्तर प्रदेश के जिला लखीमपुर खीरी के गांव धरधनिया निवासी रमेश कुमार (47), बिहार के जिला पश्चिमी चंपारण के गांव बनौरा निवासी दिनेश पासवान (45) व प्रदीप (30) के थे।
अभी तक फैक्टरी मालिकों का सुराग नहीं
सप्ताहभर पहले हुई घटना में पुलिस की जांच आगे नहीं बढ़ पा रही है। अभी तक पुलिस के पास आरोपियों के महज नाम ही हैं। उनके बारे में पुलिस पता लगाने का दावा ही कर रही है। वहीं फैक्टरी में कार्यरत सभी 6 श्रमिकों की मौत हो चुकी है।
एसडीएम ने मंगवाया रिकॉर्ड
उपायुक्त ने मामले की जांच एसडीएम सोनीपत को सौंपी है। उन्होंने जांच के लिए रिकॉर्ड तलब करना शुरू कर दिया है। इसके बाद मामले में गहनता से जांच कर ठोस कार्रवाई की जायेगी।