पंडित लख्मीचंद धर्मशाला में सांग उत्सव 4 से
बहादुरगढ़, 1 नवंबर (निस)
हरियाणवी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सूर्य कवि पंडित लख्मीचंद धर्मशाला परिसर में 4 नवंबर से 5 दिवसीय हरियाणवी सांग उत्सव का आयोजन शुरू होगा जोकि 8 नवंबर तक चलेगा। समिति के अध्यक्ष प्रवीण शर्मा और महासचिव सतीश शर्मा ने बताया कि पंडित लख्मीचन्द के सुपौत्र पंडित विष्णुदत्त सांग के जरिये दर्शकों को किस्से सुनाएंगे। उन्होंने बताया कि हरियाणवी सांग में पंडित विष्णुदत्त, सत्यवान सावित्री, पूर्णमल, पदमावत, सेठ ताराचन्द और राजा नल के किस्से पेश किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि भारतीय संस्कृति के संवाहक पंडित लख्मीचंद ने भारतीय संस्कृति को अपनी सांग व गाथा के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का कार्य किया। हमारी संस्कृति सामाजिक और नैतिक मूल्यों के कारण ही समृद्ध है। इन्हीं मानवीय मूल्यों को आगे बढ़ाने में पंडित लख्मीचंद का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिसे उनके पौत्र पंडित विष्णुदत्त सांग कला के जरिये आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।