कहीं दीप जले... कहीं दिल
तरुण जैन/हप्र
रेवाड़ी, 8 अक्तूबर
एक्जिट पोल नतीजों के बाद जीत के जश्न में डूबी कांग्रेस व उसके प्रत्याशियों को चुनाव परिणामों ने एक तरह से रुला दिया है। ये चुनाव परिणाम अप्रत्याशित रहे। सही मायनों में अंदर ही अंदर कांग्रेस की नहीं, भाजपा की लहर चल रही थी। चुनाव परिणाम आने के बाद जीत की खुशी से लबरेज प्रत्याशियों द्वारा पहले से ही बनवाये गए सैकड़ों क्विंट्ल लड्डू भाजपा प्रत्याशियों के काम आये।
जिला रेवाड़ी की तीनों सीटों रेवाड़ी, बावल व कोसली में भाजपा प्रत्याशियों की जीत के बाद जहां इनके खेमे में जश्र और पटाखे छोड़े जा रहे हैं, वहीं कांग्रेस खेमों में सन्नाटा पसरा हुआ है। भाजपा ने बावल व कोसली में अपनी जीत को जहां बरकरार रखा, वहीं रेवाड़ी सीट कांग्रेस से छीन ली।
तीनों हल्कों की मतगणना रेवाड़ी में हुई। आज सुबह जब मतगणना शुरू हुई तो कांग्रेस के पक्ष में आ रहे रुझानों से एक बार भाजपा खेमों में मायूसी छा गई थी। तीनों हलकों के कांग्रेस प्रत्याशियों के घरों व दफ्तारों में जश्र मनना शुरू हो गया था। ढोल-बाजों की आवाज सुनाई देने लगी तो लड्डूओं की भी फुल तैयारी थी। लेकिन इनके दिल के अरमां उस समय आसुंओं में बह गए जब चुनाव परिणामों ने उन्हें निराश कर दिया।
रेवाड़ी से कांग्रेस प्रत्याशी चिरंजीव राव का दूसरी बार विधानसभा में जाने का सपना टूट गया। इधर विजयी लक्ष्मण सिंह यादव के सेक्टर-4 स्थित निवास व जिला भाजपा कार्यालय में जमकर जश्र मनाया गया और पटाखे छोड़े गए। लक्ष्मण यादव का विजयी जूलूस जब शहर में निकला तो सैकड़ों की संख्या में जमा लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। लक्ष्मण सिंह ने कहा कि यह जनता की जीत है। पिछले 10 साल में सरकार ने जो व्यवस्था परिवर्तन किया, जनता ने उस पर मोहर लगा दी है।
बावल का भी लगभग यही नजारा था। कांग्रेस प्रत्याशी डा. एमएल रंगा खेमे में सुबह छाया जोश धीरे-धीरे ठंडा होता चला गया। विजयी भाजपा प्रत्याशी डा. कृष्ण कुमार के गांव भटेड़ा में तो जमकर जश्र मनाया गया। पटाखे छोड़े गए और मिठाइयां बांटी गई। डा. कृष्ण का कहना है कि जनता ने पहले से ही प्रदेश में व बावल में भाजपा को चुन लिया था। कोसली में कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व मंत्री जगदीश यादव भाजपा छोड़कर कांग्रेस में गये थे। उनकी वहां टिकट मिलने की इच्छा भी पूरी हो गई, लेकिन जनता ने भाजपा के अनिल यादव डहीना की जीत पर मोहर लगा दी। जगदीश यादव के बेरली पंप कार्यालय पर दोपहर के बाद सन्नाटा छा गया। जबकि अनिल यादव के रेवाड़ी व कोसली कार्यालयों व घर पर समर्थकों ने डीजे की धुन पर खूब जश्न मनाया।