साेहना के चौ. देवीलाल स्टेडियम को शिफ्ट करने का जोरदार विरोध
विवेक बंसल/हप्र
गुरुग्राम, 18 जनवरी
चौधरी देवीलाल स्टेडियम सोहना को नगर परिषद द्वारा दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने का प्रस्ताव भले ही पार्षदों ने रिजेक्ट कर दिया है लेकिन लोग इसे एक बड़ी साजिश मानते हुए विरोध कर रहे हैं। आज स्टेडियम में बड़ी संख्या में जुटे लोगों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि नगर परिषद ने पिछले 5 साल में एक ईंट विकास में नहीं लगाई।
इस मुहिम की अगुवाई कर रहे पूर्व में चौधरी देवीलाल के समर्थक रहे कांग्रेस नेता सतवीर पहलवान ने कहा कि नगर परिषद ने 5 साल पहले 5 करोड रुपए की लागत से शहर में लाइट लगाई थी लेकिन लाइट शुरू से ही बंद पड़ी है और अब खराब हो चुकी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि नगर परिषद चाहती है कि यहां पर दुकानें बनाकर बेच दी जाएं लेकिन लोग ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने खुलासा किया कि इसके पीछे एक बड़ा षड्यंत्र है। लोग इसका विरोध कर रहे हैं लेकिन इसके बावजूद नगर परिषद प्रशासन जबरदस्ती एजेंडा के प्रस्ताव को पारित कर रहा है।
विधायक तेजपाल ने कहा कि सभी पार्षदों की सहमति के बिना खेल स्टेडियम का एजेंडा तथा दीनदयाल पार्क के आगे दुकानें बनाने का प्रस्ताव स्थगित कर दिया गया था लेकिन उसके बाद भी पता चला है कि मीटिंग के उपरांत दोनों एजेंडों का विरोध होने के बाद रिकॉर्ड में प्रस्ताव पारित दिखा दिया गया है।
शनिवार को खेल स्टेडियम में खेल समिति के सदस्य पार्षद तथा युवा खिलाड़ियों ने एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर अपनी आवाज बुलंद की। इस अवसर पर पहलवान सतवीर खटाना, टेकचंद बंसल, अनिल जैन, बिरजू अधाना, जीनी पहलवान, दीपक गर्ग, पार्षद पति गुरुचरण सिंह तथा छोटे-छोटे बच्चे, जो अपने खेल की प्रेक्टिस कर रहे हैं, मौजूद रहे।
क्या कहते हैं भाजपा विधायक
इस बारे में सोहना के भाजपा विधायक तेजपाल तंवर का कहना है कि कल वह भी नगर परिषद की बैठक में मौजूद थे। 23 पार्षदों में से 11 पार्षदों ने प्रस्ताव पास कर दिया कि वर्तमान स्टेडियम का कोई और उपयोग किया जाए लेकिन जब तक निकट के गांव बालूदा में नया स्टेडियम नहीं बन जाएगा, यहां पर कोई काम नहीं किया जाएगा। गांव बालूदा में नगर परिषद की 12 एकड़ जमीन है। सरकार वहां पर एक आधुनिक स्टेडियम बनाना चाहती है क्योंकि अब सोहना भी एक जिला लेवल का शहर बन चुका है। यहां एक बड़े स्टेडियम की जरूरत है। वर्तमान में ताऊ देवीलाल स्टेडियम मात्र 2 एकड़ में है लेकिन फिर भी लोगों से विचार विमर्श के बाद ही काम शुरू किया जाएगा।