वीके सक्सेना मानहानि केस में सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर दोषी करार
09:13 PM May 24, 2024 IST
शिकायत दर्ज होने के 23 साल बाद दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता और कार्यकर्ता मेधा पाटकर को मौजूदा उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा उनके खिलाफ दर्ज कराए गए मानहानि मामले में दोषी ठहराया।
Advertisement
मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट राघव शर्मा ने पाटकर के बयानों को अपमानजनक और नकारात्मक धारणाओं को भड़काने के लिए तैयार किया गया बताते हुए कार्यकर्ता को आईपीसी के तहत आपराधिक मानहानि के अपराध का दोषी ठहराया, जिसमें अधिकतम दो साल तक की साधारण कारावास या जुर्माना या सजा का प्रावधान है या दोनों संभव है।
सजा को लेकर दलीलें 30 मई को सुनी जाएंगी। केस के मुताबिक पाटकर ने नर्मदा बचाओ आंदोलन (एनबीए) के खिलाफ विज्ञापन प्रकाशित करने के लिए सक्सेना के खिलाफ एक वाद दायर किया था। सक्सेना उस समय अहमदाबाद स्थित गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) नेशनल काउंसिल फॉर सिविल लिबर्टीज के प्रमुख थे।
Advertisement
सक्सेना ने भी एक टीवी चैनल पर उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने और प्रेस को मानहानिकारक बयान जारी करने के लिए पाटकर के खिलाफ दो मामले दायर किए थे।
Advertisement