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बड़े काम की हैं छोटी-छोटी स्किल्स

10:06 AM Jul 18, 2024 IST
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शिखर चंद जैन
कोई वर्किंग वुमन हों या फिर होम मेकर, कुछ ऐसे काम हैं जो जरूर सीख लेने चाहिए। जिंदगी को आसान और उपयोगी बनाने में इनकी बड़ी भूमिका हो सकती है। इनमें से कुछ स्किल्स भले ही आपके रोजमर्रा की जिंदगी में काम न आएं लेकिन जब इनकी जरूरत पड़ती है और ये आपकी सीखी हुई नहीं होती हैं, तो आपको बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। वैसे भी छोटी-छोटी बातों के लिए किसी दूसरेका सहारा लेना कोई अच्छी बात नहीं। ये घरेलू जरूरतों से जुड़े हैं व बाहर काम आने वाले भी। जानिये ऐसे ही छोटे-मोटे लेकिन सीखने के लिए लाजिमी काम या स्किल्स।

होम इकोनॉमिक्स यानी घरेलू रिपेयरिंग

इसका संबंध अर्थशास्त्र से नहीं हैं, लेकिन घर की जरूरतों से जुड़ी स्किल्स से है। विदेशों में एक सब्जेक्ट की तरह इसे कॉलेजों में पढ़ाया जाता है। इसके तहत आपको घरेलू जरूरतों से जुड़ी कई स्किल्स की प्रैक्टिकल पढ़ाई करवाई जाती है। लेकिन हमारे देश में आप इसे दूसरों को करते हुए या अलग-अलग फील्ड के लोगों से सीख सकती हैं। वैसे तो इसमें हाउस पेंटिंग, प्लंबिंग, कारपेंट्री, इलेक्ट्रिकल वर्क एवं घर को मेन्टेन रखने की और रिपेयरिंग से जुड़ी छोटी-मोटी कई चीजें हैं, लेकिन आप कुछ जरूरी चीजें जरूर सीखें। जैसे फ्यूज उड़ जाने पर वायर दोबारा लगाना, नल की टोंटी खराब हो जाए, तो खुद नल फिट कर लेना, दीवार में ड्रिल मशीन से खूंटी लगाना, कारपेंटर से जुड़े छोटे-मोटे काम करना आदि। इससे लाइफ स्मूद तरीके से जी सकेंगी।

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फर्स्ट एड

बीमारी और दुर्घटनाएं कभी भी हो सकती हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा जरूरी है मरीज या दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा देना और तुरंत अस्पताल पहुंचाना। हमेशा घर में कुछ जरूरी दवाएं जैसे एंटेसेप्टिक मलहम, बैंडेज, पेनकिलर दवाएं व स्प्रे, कॉटन, गैस की दवाएं, जी मितलाने पर दी जाने वाली दवाएं आदि रखनी चाहिए और साथ ही फर्स्ट ऐड का प्रशिक्षण भी ले लेना चाहिए।

व्हीकल्स का रेगुलर मेंटीनेंस

जब छोटी मोटी खराबी के चलते वाहन रास्ते में अचानक अटक जाए और आसपास कोई मैकेनिक न मिले। ऐसे में वाहनों के रख रखाव से जुड़ी छोटी मोटी बातें जरूर सीखनी चाहिए। कार-स्कूटर की नियमित सफाई, ऑयल चेंज करना, टायर प्रेशर चेक करना छोटी-मोटी तकनीकी खराबियां दुरुस्त करना आपको जरूरी सीखने चाहिए। कार चलाती हैं तो टायर बदलना सीखना भी जरूरी है।

अनजान लोगों से संवाद करना

बड़ी संख्या में महिलाएं किसी अपरिचित से बातचीत करने में हिचकती हैं। बच्चों के एडमिशन के दौरान, सरकारी दफ्तर में, कोर्ट में एफिडेविट, डॉक्टर के पास जाने के लिए या तो वे अपने पति, बेटे को साथ लेकर जाती हैं या फिर उन्हीं को भेजती हैं। ऐसे में कम्यूनिकेशन स्किल डेवलप करना और संवाद-कला सीखना बेहद जरूरी है।

साइबर प्राइवेसी प्रोटेक्ट करना

साइबर क्राइम में हुई बढ़ोतरी के मद्देनजर यह जरूरी है। कूल मॉम टेक डॉट कॉम की लिज गंबीनर बताती हैं, जब भी आप ऑनलाइन शॉपिंग करती हैं, तो वेब एड्रेस के शुरुआत में देखें अगर http के बाद s नहीं लगा है, तो आपके क्रेडिट कार्ड की सूचना यहां चोरी हो सकती है। इसी प्रकार फेसबुक अकाउंट भी सिक्योर करना सीखना चाहिए। बेहतर होगा कि पासवर्ड बदलती रहें।

अकेले यात्रा करना

ज्यादातर महिलाएं अब भी अकेले किसी दूसरे शहर की यात्रा करने का साहस नहीं जुटा पातीं। गस्टी ट्रेवलर डॉट कॉम की सीइओ बोंड कहती हैं, ‘आप को कम से कम एक बार सोलो ट्रेवलिंग जरूर ट्राई करनी चाहिए। इसका प्लान खुद तैयार करना चाहिए। शुरुआत आप कम दूरी की किसी जगह से कर सकती हैं।’

अपने फाइनेंस कंट्रोल करना

आपको हमेशा पता होना चाहिए कि आपके पास कितनी आय़ है, कितनी सेविंग्स है, महीने का औसत खर्च क्या है। आपकी हेल्थ इंश्योरेंस या लाइफ इंश्योरेंस कितने की है और आपको उससे क्या फायदा मिल सकता है। म्यूचुअल फंड्स कौन सा अच्छा है, प्रॉपर्टी किस एरिया की अच्छी है आदि। आपको एक डायरी या कॉपी में आय-व्यय का पूरा हिसाब, अपनी ऐसेट्स व लायबिलिटी एवं वित्त से जुड़ी अन्य सभी जानकारियां दर्ज रखनी चाहिए।

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