सुस्त लिफ्टिंग ने बिगाड़ी मंडी की चाल.. धीमे उठान के कारण खरीद बंद
करनाल, 17 अक्तूबर (हप्र)
खेतों में धान की कटाई जोरों से चल रही हैं, शुरू के दिनों सरकारी खरीद शुरू होने के बावजूद समय पर धान नहीं खरीदा गया। प्राइवेट खरीददारों ने औने-पौने दामों में धान को खरीद कर किसानों को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचा। जब खरीद शुरू हुई, मंडियों में धान की आवक बढ़ती चली गई।
इसके बाद खरीद होती रही, लेकिन लिफ्टिंग सिस्टम बिगड़ गया। लिफ्टिंग सुस्त रफ्तार से होती रही, क्योंकि उठान करने वालों के पास पर्याप्त संख्या में वाहन उपलब्ध नहीं, जिसके चलते मंडियां धान से अट गई।
किसानों को धान डालने के लिए मंडियों में जगह नहीं मिली और मंडी प्रशासन को मंडी में धान खरीद बंद करने पड़ी। ये समय ऐसा है जब धान की फसल पूरी तरह से पक चुकी हैं, उसे घर पर एक दिन भी रखने की व्यवस्था किसानों के पास नहीं है।
उठान की जिम्मेवारी थामे ठेकेदारों की गलती का खमियाजा किसानों को झेलना पड़ रहा है, वे फसल कटवाकर किराए के वाहनों में धान लिए मंडियों या मंडियों के बाहर बैठे हुए हैं। करनाल मंडी के सचिव संदीप सचदेवा ने बताया कि 16 अक्तूबर शाम तक करीब 9 लाख क्विंटल धान की खरीद हो चुकी है, इसमें से मात्र 4 लाख क्विंटल धान का ही उठान हो पाया है। उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को केवल उठान ही करवाया जा रहा है, खरीद को बंद रखा गया है। रविवार को भी धान की खरीद बंद रहेगी। उठान सिस्टम सही प्रकार से नहीं चल रहा, जिसकी वजह से खरीद कार्य बंद करना पड़ रहा है।
उठान कार्य में लापरवाही बरतने वालों की सजा एक प्रकार से किसानों को दिए जाने के समान है।
‘आढ़तियों और राइस मिलरों को भी दें उठान की जिम्मेदारी’
पूर्व मंडी प्रधान सतबीर मित्तल ने बताया कि मंडी में धान खरीद कार्य एक दिन के लिए बंद कर दिया है। इसमें किसानों का क्या दोष है, उठान सही प्रकार से नहीं हो रहा। उठान करने वालों के पास पूरी संख्या में साधन नहीं हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन को उठान की जिम्मेदारी एजेंसी के साथ आढ़तियों ओर राइस मिलरों को भी देनी चाहिए, जिससे मंडी जाम नहीं होंगी, साथ ही उठान के कारण खरीद बंद करने की नौबत नहीं आएगी। पंचायत नयी अनाजमंडी आढ़ती एसोसिएशन प्रधान रजनीश चौधरी ने बताया कि मंडी में जाम की बुरी स्थिति उत्पन्न हो चुकी है, इसके चलते रविवार को भी धान की खरीद नहीं होगी। किसानों से आग्रह है कि वे मंडी में धान लेकर न आएं, क्योंकि इस दिन उठान ही करवाया जाएगा।