आवाज की दुनिया के हुनरमंद पेशेवर
कीर्तिशेखर
भले आज के दौर को ‘विजुअल एज’ कहा जाता हो, मोबाइल कैमरे से हम पूरा दिन तस्वीरें लेते रहते हैं और सोशल मीडिया में भी तस्वीरों की ही भरमार दिखती है। इसके बावजूद हाल के सालों में तस्वीरों के साथ साथ यानी वीडियो से कदम मिलाकर ऑडियो भी उतनी ही तेजी से आगे बढ़ा है जो इन दिनों पॉडकास्ट, पॉकेट एफएम और यू-ट्यूब के जरिये सुना जा रहा है। अकेले यू-ट्यूब में ही हर दिन लोग करोड़ों घंटों का ऑडियो प्रोग्राम सुनते हैं। कहानियों को लाखों लोग यू-ट्यूब के जरिये सुन रहे हैं।
ऑडियो पाठ्य सामग्रियां
भारत में वाइस ओवर कलाकारों की मांग लगातार बढ़ रही है और चूंकि आने वाले दशकों में शिक्षा ज्यादा से ज्यादा सुनने और देखने के फार्मेट में बदलने वाली है। करीब-करीब समूचे पाठ्यक्रम आवाज और वीडियो में मौजूद होंगे। इन दिनों भी बड़े पैमाने पर पाठ्य सामग्रियां पढ़ने की बजाय सुनी जा रही हैं। अगर आप वाइस ओवर के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो यहां आपको शानदार मौके उपलब्ध हैं। बता दें कि इस क्षेत्र में किसी खास शैक्षणिक योग्यता की जरूरत नहीं होती। हां, अगर इस क्षेत्र में बाकायदा पढ़ाई करके ट्रेनिंग लेकर जो लोग आते हैं, उनकी स्थिति बेहतर होती है।
कुछ खूबियां जरूरी
एक वाइस ओवर कलाकार में कुछ खूबियां जरूरी हैं। उसका न केवल उच्चारण साफ हो बल्कि उसे अपनी आवाज का नाट्य अभिनय की तरह इस्तेमाल करना भी आता हो। जिसे इस क्षेत्र में जाने की रूचि हो, वह न सिर्फ वाइस ओवर की ट्रेनिंग ले सकता है बल्कि आवाज के जरिये एक अच्छे अभिनय का जादू भी सीख सकता है। इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के कई तरीके हैं, जहां भी मौका मिले ऑडिशन दें, लगातार अभ्यास करें, अपने आपको वाइस ओवर वेबसाइट पर रजिस्टर करें, नेटवर्किंग करें, सोशल मीडिया पर मौजूद रहें और इस क्षेत्र में जाने से पहले वाइस ओवर के बिजनेस मॉडल को भी समझें।
कई क्षेत्रों में काम का स्कोप
अगर आपके पास एक साफ उच्चारण, खनकती हुई आवाज है, तो बाकी सब चीजें एक पखवाड़े में सीखी जा सकती हैं। अगर इस क्षेत्र में अकादमिक कैरियर बनाना चाहते हैं तो बैचलर ऑफ ऑर्ट्स इन म्यूजिक वोकल कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। वाइस ओवर को ऑफ कैमरा या ऑफ स्टेज कैरियर भी कहते हैं। आजकल जिस बड़े पैमाने पर वीडियो कंटेंट बन रहा है, चाहे वो छोटी फिल्में हों, कार्टून फिल्में हों, एनीमेशन हों या फिर टीवी धारावाहिक हों- हर जगह एक वाइस ओवर कलाकार के लिए काम मौजूद है। टीवी प्रोडक्शन, रेडियो कंटेंट, ऑडियो वेबसाइट, फिल्में, निर्माण, थिएटर और प्रजेंटेशन इन सब क्षेत्रों में वाइस ओवर आर्टिस्ट की काफी ज्यादा मांग होती है। गेमिंग, वीडियो, कार्टून और विज्ञापन के क्षेत्र में भी वाइस ओवर आर्टिस्ट का भरपूर उपयोग होता है। कई ऐसे नियमित क्षेत्र हैं, जहां हमेशा वाइस का उपयोग होता है जैसे रेडियो प्रसारण, खेलो की कमेंट्री, रेलवे स्टेशनों और बस स्टेशनों में लगातार उद्घोषकों की आवाजें सुनाई पड़ती रहती हैं। जब कोई वाइस ओवर आर्टिस्ट अपने वाइस के जरिये अभिनय करता है तो वह एक तरह से अभिनेता भी है और वाइस आर्टिस्ट भी है। हालांकि थोड़े से अभ्यास और ट्रेनिंग से किसी भी आवाज को सुनने लायक कर्णप्रिय बनाया जा सकता है।
उपलब्ध कैरियर
जहां तक वाइस ओवर आर्टिस्ट के लिए किन किन क्षेत्रों में उपलब्ध कैरियर की बात है, तो रेडियो, ऑडियो एजुकेशन, ई-लर्निंग, मनोरंजन, विज्ञापन, कारपोरेट वर्ल्ड,एनीमेशन जैसे क्षेत्रों के अलावा इन दिनों उन्नत प्रौद्योगिकी के वीडियो गेम, एप, जीपीएस, टेक्स्ट टू स्पीच और इंटरनेट के अनगिनत क्षेत्रों में वाइस ओवर आर्टिस्ट की भारी मांग है। एक बार अगर आपको अपनी आवाज पर कमांड और भरोसा हो जाए तो आप जल्द ही किसी न किसी प्रोजेक्ट में आसानी से काम पा जाएंगे। शुरुआत में किसी भी वाइस ओवर आर्टिस्ट को 15 से 20 हजार रुपये की नौकरी मिल जाती है। बाद में जैसे-जैसे आपकी आवाज में आकर्षण बढ़ता है, वैसे-वैसे कमाई भी बढ़ती है।
वाइस ओवर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट
पत्रकारिता की डिग्री या डिप्लोमा के साथ इन दिनों वाइस ओवर की ट्रेनिंग दी जाती है, लेकिन विशुद्ध वाइस ओवर की ट्रेनिंग लेकर इस क्षेत्र में आगे बढ़ना है तो हर शहर में इन दिनों वाइस ओवर ट्रेनिंग देने वाले इंस्टीट्यूट मौजूद हैं जैसे-इंडियन वाइस ओवर, मुंबई, फिल्मिड अकादमी, मुंबई,वाइस बाजार, मुंबई,विजेंद्र कांबोज वाइस ओवर एंड डबिंग आर्टिस्ट, दिल्ली, वाइस लाइन रिकॉर्डिंग स्टूडियो, नई दिल्ली, बविफ्ता फिल्म एकडेमी, नोएडा सेक्टर-15, अक्षिव म्यूजिक क्लासेस, हरीनगर दिल्ली, आरके फिल्म्स एंड मीडिया एकेडमी, करोल बाग दिल्ली, बॉलीवुड ड्रीम एक्टिंग इंस्टीट्यूट, मालवीय नगर दिल्ली।
-इ.रि.सें.