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हुनर किरदार जैसा दिखने का

10:29 AM Mar 30, 2024 IST
हुनर किरदार जैसा दिखने का
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डी.जे.नंदन
अभिनेता रणदीप हुड्डा इन दिनों ‘बॉलीवुड के अपने क्रिश्चियन बेल’ के रूप में नई पहचान से घिरे हैं। अपनी ताजा रिलीज फिल्म ‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ में उन्होंने जहां अपनी बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन का जलवा दिखाया है वहीं अभिनय क्षमता का भी। उनके प्रशंसक इन दिनों सोशल मीडिया में उन्हें ‘अपने क्रिश्चियन बेल’ के नाम से बुलाने लगे हैं। गौरतलब है कि अंग्रेज अभिनेता क्रिश्चियन बेल की ख्याति बॉडी ट्रांसफॉर्मेशन वाले अभिनय के लिए है। उन्होंने अपनी फिल्म ‘मशीनिस्ट’ में जीवंत अभिनय के लिए 29 किलो से ज्यादा वजन कम किया था। कुछ ऐसा ही रणदीप हुड्डा ने अब वीर सावरकर के किरदार में ढलने को लेकर किया।
लोगों से जुड़ने का जरिया बना अभिनय
कारोबार के नजरिये से निस्संदेह उनके निर्देशन में बनी यह फिल्म बहुत सफल नहीं हो रही, लेकिन उन्होंने किरदार में घुसकर अपने आपको सचमुच में सावरकर में बदल डाला है। रणदीप हुड्डा रोहतक के एक ऐसे परिवार से आते हैं, जिसमें सब डॉक्टर हैं। परिवार का उन पर भी डॉक्टर बनने का दबाव था, लेकिन पहले वे स्पोर्ट्स के साथ खुद को जोड़कर इस दबाव से दूर रहे व फिर ऑस्ट्रेलिया से एमबीए करने लगे। उनको ऐसी गतिविधियों में आनंद आता था, जिसमें वे लोगों को संबोधित कर सकें यानी उनसे जुड़ सकें। अभिनय भी उनके लिए ऐसी ही गतिविधि है।
थिएटर के बाद फिल्मों में एंट्री
दिल्ली में अपनी पहली नौकरी करने के दौरान साल 2001 में रणदीप हुड्डा पार्टटाइम थिएटर करते थे तो उन पर मीरा नायर की नजर पड़ी व उन्होंने अपनी फिल्म ‘मानसून वेडिंग’ के लिए उन्हें एक एनआरआई कैरेक्टर के रूप में कास्ट कर लिया। हालांकि इस फिल्म में उनके अभिनय को आलोचकों ने सराहा, लेकिन उन्हें अगली फिल्म पाने में चार साल लग गए। साल 2005 में राम गोपाल वर्मा ने उन्हें गैंगस्टर फिल्म ‘डी’ में मुख्य भूमिका में कास्ट किया।
‘वंस अपॉन ए टाइम...’ का एपिक रोल
फिल्म ‘डी’ के बाद हुड्डा को इंतजार नहीं करना पड़ा। ‘डरना जरूरी है’ (2006), ‘रिस्क’ (2007), ‘रूबरू’ (2008) और ‘लव खिचड़ी’ (2009) - इन सब फिल्मों ने हालांकि कारोबार में कामयाबी नहीं पायी, लेकिन इन सबमें रणदीप हुड्डा के अभिनय ने फिल्म इंडस्ट्री में उनके ढेरों प्रशंसक बनाए। साल 2010 टर्निंग प्वाइंट बनकर आया जब उन्होंने मिलन लुथरिया की फिल्म ‘वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई’ में एपिक रोल किया। पीरियड, एक्शन, ड्रामा वाली इस फिल्म में रणदीप संगठित अपराध की फैंटेसी को एक खास ऊंचाई तक ले गये। उनके अभिनय की तारीफ हुई।
18 किलो वजन घटाकर उतरे पर्दे पर
रणदीप हुड्डा ने कुछ महीनों पहले एक पारंपरिक मणिपुरी मैतेयी विवाह समारोह में मणिपुरी अभिनेत्री और मॉडल लिन लैशराम से शादी करके भी चर्चा बटोरी थी। लेकिन इन दिनों उनकी चर्चा उनके अभिनय कौशल पर केंद्रित है। एक हिस्टोरिकल बायोग्राफिकल फिल्म में रणदीप हुड्डा ने क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर के किरदार को बड़े पर्दे पर उतारा। इसके लिए उन्होंने 18 किलो से ज्यादा अपने वजन को घटाया है। लेकिन ऐसा उन्होंने कोई पहली बार नहीं किया। कुछ दिनों पहले उन्होंने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर इस फिल्म की शूटिंग के दौरान की अपनी एक तस्वीर साझा की थी। लेकिन ऐसा उन्होंने कोई पहली बार नहीं किया।
पहले भी किया था वेट लॉस
साल 2016 में फिल्म ‘सरबजीत’ की थी। तब उन्होंने जेल में कमजोर हुए सरबजीत को पर्दे पर जीवंत करने के लिए 18 किलो से ज्यादा का वजन घटाया था। वजन घटा लेने के बारे में पत्रकारों ने पूछा, तो उनका कहना था उनके लिए यह इसलिए संभव है क्योंकि वह एक स्पोर्ट्स पर्सन हैं। बता दें कि फिल्म सावरकर की कहानी और पटकथा भी उन्होंने लिखी है। -इ.रि.सें.

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